मेट्रो का पिलर गिरने से मृत महिला का शव लेने से इंकार कर रहे परिजन..! पहले काम बंद हो… मामला दर्ज हो फिर…
(शशि कोन्हेर) : बेंगलुरु में मंगलवार को एक निर्माणाधीन मेट्रो पिलर गिरने से जान गंवाने वाली महिला का परिवार सदमे में है। जिस वक्त यह दुर्घटना हुई उसी समय दूसरी बाइक पर महिला के पति भी जा रहे थे। उनसे कुछ ही कदमों पर यह हादसा हुआ और उनके देखते देखते मेट्रो का पिलर गिरने के कारण उनकी पत्नी की जान चली गई। महिला और बच्ची पर गिरे पिलर का धक्का पास ही बाइक पर जा रहे उनके पति को भी लगा और इस समय वो और उनकी घायल बेटी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।उस भयानक पल को याद किया. घटना में जान गंवाने वाली महिला के पति लोहित ने कहा कि उसका सबकुछ खत्म हो गया है. हादसे पर दुख जताते हुए उन्होंने सरकार से कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों.
घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “हम दोपहिया वाहन में यात्रा कर रहे थे. मुझे उन्हें एक जगह पर छोड़ना था और फिर वहां से जाना था, लेकिन यह घटना सेकंड के एक अंश के भीतर हुई. मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मेरे होश उड़ गए. पत्नी और बच्चा गिर गए थे. मेरे हाथ में कुछ नहीं था.” उन्होंने सरकार से भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय और सावधानी बरतने को कहा.
वहीं मृत महिला के पिता मदन कुमार ने निर्माण कार्य को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि जब तक ठेका रद्द नहीं किया जाता वह अपनी बेटी का शव नहीं लेंगे. उन्होंने कहा, “जब तक ठेकेदार का लाइसेंस रद्द नहीं होता, मैं शव नहीं लूंगा.
मृतक महिला की सास निर्मला ने कहा, “वह 10 दिन पहले ही दावणगेरे से बेंगलुरु आई थी. वह अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने गई थी. यह घटना सुबह साढ़े दस बजे के करीब हुई. हम गुस्से में हैं. हमें न्याय चाहिए।
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को बेंगलुरु मेट्रो के पिलर दुर्घटना में मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की, जिसमें दो लोगों की जान चली गई थी. बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने हादसे का ब्योरा मांगा है. उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ठेकेदार या अन्य कारणों से किसी भी चूक का पता लगाने के लिए जांच के आदेश देने के निर्देश दिए गए हैं. मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी.”