जानिए…रणजी ट्रॉफी में 379 रन बनाने के बाद इमोशनल हुए पृथ्वी शॉ ने क्या कहा..?
(शशि कोन्हेर) : महीने पहले पृथ्वी शॉ ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक संदेश पोस्ट किया था: “आशा है कि साईं बाबा आप सब कुछ देख रहे होंगे.” मुश्किल हालात का सामना करने के बाद वह दैवीय हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे थे. उसका आकलन ऐसे लोगों ने किया जो उसे जानते भी नहीं थे और अच्छे समय में साथ रहने वाले दोस्त भी उस समय साथ नहीं थे जब उन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी.
पृथ्वी ने गुवाहाटी में रणजी ट्रॉफी मैच में 383 गेंद में 379 रन बनाने के बाद कहा, “मुझे लगता है कि पोस्ट सिर्फ इस बारे में थी कि वह (साईं बाबा) देख रहे हैं या नहीं. यह किसी के लिए नहीं था. यह व्यक्तिगत बात थी.”
भारतीय फर्स्ट क्लास क्रिकेट (Ranji Trophy) इतिहास के करीब नौ दशक में 1948-49 में पुणे में काठियावाड़ के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए भाऊसाहेब निंबालकर के 443 रन के बाद पृथ्वी ने दूसरा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाया है.
अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय कप्तान ने कहा, “कभी-कभी आप निराश हो जाते हैं. आप जानते हैं कि आप अपनी चीजें सही कर रहे हैं. आप जानते हैं कि आप अपनी प्रक्रियाओं पर सही चल रहे हैं, आप खुद के प्रति ईमानदार हैं, मैदान पर और बाहर अपने करियर के साथ अनुशासित हैं. लेकिन कभी-कभी लोग अलग तरह से बात करते हैं. जो लोग आपको जानते भी नहीं हैं वो आपको आंकते हैं.”
सफलता व्यक्ति को समझदार बनाती है लेकिन कठिन समय आपको थोड़ा जल्दी परिपक्व बना देता है. यह इस 23 वर्षीय के साथ हुआ है जो अब जानता है और पहचान सकता है कि कौन उसके शुभचिंतक हैं.
उन्होंने कहा, “जब मैं अच्छा नहीं कर रहा था तो जो लोग मेरे साथ नहीं थे मैं वास्तव में उनकी परवाह नहीं करता. बस उन्हें अनदेखा करना पसंद करता हूं. यह सबसे अच्छी नीति है.”
पृथ्वी सचिन तेंदुलकर के बाद किशोरावस्था में टेस्ट शतक लगाने वाले दूसरे पुरुष क्रिकेटर हैं.