कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर, भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए मनप्रीत सिंह बादल
(शशि कोन्हेर) : बीते विधानसभा चुनाव के पहले और उसके बाद से पंजाब में लगातार कमजोर होती जा रही कांग्रेस पार्टी को एक और जोर का झटका लगा है। पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफ़ा देने के बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
राहुल गांधी को लिखे इस्तीफे वाले पत्र में मनप्रीत बादल ने कहा है, “मैंने सात साल पहले पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब को बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस का हिस्सा बनाया था. ताकि मुझे पंजाब के लोगों के लिए, पंजाब के हितों के लिए और अपनी क्षमता के अनुसार काम करने का अवसर मिल सके. बहुत दुख के साथ कह रहा हूं कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.”
मनप्रीत बादल ने अपने इस्तीफ़े की वजह पार्टी की आंतरिक गुटबाज़ी को बताया है
मनप्रीत सिंह बादल पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री और अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं. उन्होंने प्रकाश सिंह बादल की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में भी काम किया है. राज्य में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले बादल परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनप्रीत बादल अतीत में शिरोमणि अकाली दल का हिस्सा रह चुके हैं. अक्टूबर, 2010 में अकाली दल ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
इसके बाद साल 2011 में पूर्व वित्त मंत्री ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ बनाई, जिसका 2017 में उन्होंने कांग्रेस में विलय कर दिया.
उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में बठिंडा (शहरी) से कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की. इस सीट से मनप्रीत बादल 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से हार गए थे.