क्लास रूम में 15,20 मिनट तक बेहोश पड़ा रहा बच्चा, जान कर भी अस्पताल नहीं ले गए शिक्षक
(भूपेंद्र सिंह राठौर) : शासकीय प्राथमिक शाला अमेरी में शिक्षको की लापरवाही सामने आई है। क्लास रूम में खेलने के दौरान एक बच्चा बेहोश हो गया जो करीब 15 से 20 मिनट वहीं उसी हालत में पड़ा रहा। स्कूल के शिक्षक उसे अस्पताल ले जाना मुनासिब नही समझे।
तखतपुर विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला अमेरी में कक्षा तीसरी का छात्र तरुण यादव रोज की तरह सोमवार को स्कूल पहुंचा था। सुबह कक्षाएं प्रारंभ हो गई। लंच की छुटटी खत्म होने के बाद जब बच्चे क्लास रूम के अंदर खेल रहे थे तभी तरुण को किसी छात्र ने धक्का मार दिया जिससे वह बेहोश हो गया।बच्चों ने इसकी सूचना शिक्षकों को दी। लेकिन शिक्षकों ने बच्चा नाटक कर रहा है यह कह कर उसे देखने तक नही गए।
जब शिक्षकों का लंच पूरा हो गया,तब एक मेडम बच्चे को देखने क्लास रूम पहुँची। लेकिन मैडम ने ये मुनासिब नही समझा कि छात्र को अस्पताल ले जाया जाए। बल्कि बेहोशी की हालत मे बच्चे को रूम में ही छोड़कर उनके परिजन को बुलवाने छात्रों को घर भेज दिया गया।
जब बच्चे का पिता राजू यादव स्कूल पहुंचा तब उसने बच्चे को तुरंत लेजाकर निजी अस्पताल मे भर्ती कराया। पिता राजू यादव ने बताया कि बच्चे को अस्पताल में 2 घंटे के बाद होश आया।
तरुण के पिता ने बताया कि बच्चे को 15 से 20 मिनट तक क्लासरूम में बेहोशी की हालत में छोड़ दिया गया था। शिक्षक अपने कक्ष में गप्पे हाँकते बैठे थे मगर बच्चे को अस्पताल नही ले जाया गया। परिजन ने कहा की ऐसे में अगर उनके बेटे को कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता। उन्होंने शिक्षकों की लापरवाही के लिए प्रशासन से कार्यवाही की गुहार लगाई है। इधर स्कूल के प्रभारी प्रधान पाठक ने बच्चे को अस्पताल नहीं ले जाने की गलती स्वीकार की है
तरुण के पिता ने जब क्लास टीचर से बच्चे के बेहोशी के बारे में पूछा तो मैडम उन्हीं पर भड़कने लगी और उन्होंने बच्चे को ही बदमाश साबित कर दिया। परिजन और मैडम के बीच कुछ देर तक स्कूल में विवाद चलता रहा।पीड़ित पिता ने स्कूल की शिक्षिकाओं पर लापरवाही और बच्चों पर ध्यान नहीं देने का गंभीर आरोप लगाया है। अब देखना होगा कि इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी कब तक संज्ञान लेते हैं।