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कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल राज्‍यसभा से निलंबित, सदन की कार्यवाही का बनाया था वीडियो

(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल को शेष बजट सत्र के लिए निलंबित किए जाने का मामला गरमा गया है. कांग्रेस ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया है. वहीं, रजनी पाटिल ने सफाई दी है और खुद को निर्दोष बताया है. रजनी पाटिल ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है. जब मैंने कुछ नहीं किया तब भी मुझे ‘फांसी की सजा’ दी गई. मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आती हूं और मेरी संस्कृति मुझे कानून का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देती है. रजनी पर राज्यसभा में सदन की कार्यवाही रिकॉर्ड करने का आरोप है. कांग्रेस ने इसका एक वीडियो ट्वीटर पर शेयर किया था.

कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने कहा कि उन्हें सख्त से सख्त सजा देना उचित नहीं है. क्योंकि उन्होंने जानबूझकर कुछ नहीं किया. पाटिल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा- मैं एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हूं और मुझे नैसर्गिक न्याय मिलना चाहिए. मैंने जानबूझकर कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा- मुझ पर इस तरह आरोप लगाना और सीधे तौर पर मुझे कड़ी से कड़ी सजा देना उचित नहीं है. जानबूझकर मेरा नाम लिया गया और मैं अपमानित महसूस कर रही हूं.

बीजेपी ने निलंबित करने की मांग उठाई थी

इससे पहले रजनी अशोक राव पाटिल ने कहा था कि जिस तरह से मुझे BJP के लोगों ने जलील किया है मुझे आप रेस्टिकेट कर दीजिए. पाटिल ने कहा कि कल जो हमारे (विपक्ष) तरफ से प्रधानमंत्री जी के भाषण को बार-बार रोका गया, उससे ये लोग बौखला गए हैं. इसलिए ये पूरा मैन्यूफैक्चरेड प्रोग्राम था.

वहीं, राज्यसभा में बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि हम प्रस्ताव पेश करते हैं कि रजनी पाटिल को शेष सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया जाए. राजद के मनोज झा ने आग्रह किया कि कृपया कमेटी का गठन करें ताकि सदस्य को भी अपना पक्ष रखने का मौका मिले. अभिषेक मनु सिंघवी ने भी समर्थन किया.

विशेषाधिकार समिति करेगी मामले की जांच

सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि कभी-कभी ऐसा लगता है कि उच्च सदन एक गांव की पंचायत की तरह हो गया है. इस मसले को इतना गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. बताते चलें कि बीजेपी ने रजनी पाटिल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गुरुवार को हंगामे का वीडियो बनाया जो बाद में ट्विटर पर पोस्ट हुआ. इस शिकायत पर चेयरमैन ने रजनी पाटिल को इस सत्र से सस्पेंड किया. अब मामले में विशेषाधिकार समिति जांच करेगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद फैसला होगा कि वो संसद की कार्यवाही में हिस्सा ले सकती हैं या नहीं. वहीं, चेयरमैन की इस कार्यवाही के खिलाफ विपक्ष ने वॉक आउट किया है.

बता दें कि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को रिकॉर्ड करने के लिए रजनी पाटिल को वर्तमान बजट सत्र के शेष हिस्से के लिए निलंबित कर दिया है. धनखड़ ने गुरुवार को संकेत दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान हंगामा करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने राजनीतिक दलों के नेताओं से इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने के कहा है.

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