तीन दिवसीय 33वां बिलासा महोत्सव 17 फरवरी से, इस बार महोत्सव पं. देवकीनंदन दीक्षित कन्या शाला परिसर में आयोजित होगा
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। बिलासा कला मंच द्वारा आयोजित तीन दिवसीय बिलासा महोत्सव आगामी 17,18 एवम् 19 फरवरी 2023 को पंडित देवकीनंदन दीक्षित कन्या शाला परिसर तिलकनगर बिलासपुर पर आयोजित होगा। बिलासा कला मंच के संस्थापक डा सोमनाथ यादव ने बताया कि विगत 32 वर्ष से लोक संस्कृति पर आधारित बिलासा महोत्सव में 17 फरवरी को राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित है जिसका विषय छत्तीसगढ़ के पर्यटन में नदियों का योगदान है। जो संध्या 5 बजे प. देवकीनंदन दीक्षित कन्या शाला परिसर,बृहस्पति बाजार,बिलासपुर में आयोजित होगा।इस संगोष्ठी के मुख्यवक्ता डॉ ओमप्रकाश भारती पूर्व सांस्कृतिक राजदूत,फिजी व नदी कोश मर्मज्ञ,वर्धा होंगे, मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर आर.पी.दुबे कुलपति, सी वी रामन विश्व विद्यालय तथा अध्यक्षता डा विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग करेंगे। वही अतिथि वक्ता के रूप में डा पीसी लाल यादव वरिष्ठ लोकसाहित्यकार, गंडई और अक्षय नामदेव वरिष्ठ साहित्यकार,पेंड्रा उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर बिलासा कला मंच द्वारा प्रकाशित छत्तीसगढ़ की नदियां और पर्यटन पर केंद्रित पत्रिका का विमोचन होगा।
बिलासा महोत्सव में 18 फरवरी को संध्या 7 बजे से लोकगीत-संगीत, नृत्य, नाट्य आदि की रंझाझर प्रस्तुति में वरिष्ठ लोककलाकार श्रीमती रेखा देवार एवम् टीम द्वारा देवार और भरथरी गायन,नृत्य प्रदर्शित किया जाएगा,वही हमर पारा तुंहर पारा फेम सुनील मानिकपुरी (कोरिया) एवम् टीम द्वारा लोक रंगझाझर की प्रस्तुति के साथ ही बिलासपुर के वरिष्ठ लोककलाकार लालजी श्रीवास एवं टीम बारहमासी लोकरंग प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर भारत की नदियों पर विशिष्ठ कार्य करने वाले नदीकोश मर्मज्ञ डा ओमप्रकाश भारती वर्धा का नदी मित्र सम्मान की उपाधि देकर सम्मानित किया जाएगा। इसी प्रकार प्रत्येक वर्ष विद्वान व्यक्तित्व को बिलासा लोक,साहित्य, सेवा,पत्रकारिता और शिक्षा सेवा सम्मान देकर सम्मानित किया जाता है जिसमे बिलासा लोककला सम्मान दिनेश गुप्ता (पंडवानी गायक) बिलासपुर को, बिलासा साहित्य सम्मान दुर्गा प्रसाद पारकर भिलाई को,बिलासा सेवा सम्मान अक्षय नामदेव पेंड्रा को,बिलासा पत्रकारिता सम्मान प्रवीर बनर्जी और अखिल वर्मा को,बिलासा शिक्षासेवा सम्मान सचिन यादव बिलासपुर को दिया जाएगा।
19 फरवरी को महोत्सव के समापन समारोह में प्रसिद्ध लोक कलाकार पुरषोत्तम चंद्राकर एवम् टीम रायपुर द्वारा लोक रंगझाझर की प्रस्तुति, लोककलाकार गौतम चौबे एवम् टीम,रायपुर द्वारा लोरिक चंदा पर केंद्रित नाचा गम्मत शैली में प्रस्तुति के बाद गुण्डरदेही से आए संजू सेन एवम् टीम द्वारा 95 लोकवाद्य यंत्रों से लोकधुन की प्रस्तुति दी जाएगी। बिलासा सम्मान में बिलासा लोककला सम्मान डॉ पुरषोत्तम चंद्राकर रायपुर को,बिलासा साहित्य सम्मान डॉ अनिल भतपहरी रायपुर को, बिलासा सेवा सम्मान राजेंद्र जायसवाल बिलासपुर को, बिलासा पत्रकारिता सम्मान जितेंद्र थवाईत और ललित गोपाल को तथा बिलासा शिक्षासेवा सम्मान डॉ गजेंद्र तिवारी पाली को दिया जाएगा। महोत्सव में डा सोमनाथ मुखर्जी उप मुख्य परिचालन प्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर की कृति जिंदगी के कितने रंग का विमोचन होगा।