भगत सिंह कोश्यारी की राज्यपाल पद से विदाई पर बोले शरद पवार.. मैंने आज तक इतना अयोग्य राज्यपाल नहीं देखा.. उनके असंवैधानिक कार्यों की जांच हो
(शशि कोन्हेर) : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ जांच की मांग की है। शरद पवार ने यह मांग भगत सिंह कोश्यारी के उन फैसलों के लिए उठाई है, जिसके संविधान का हनन हुआ।
उन्होंने कोश्यारी को राज्यपाल के पद से हटाए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि आज महाराष्ट्र ने राहत की सांस ली है। इसके साथ ही पवार ने कहा कि कोश्यारी को हटाने का फैसला और जल्दी लेना चाहिए था। शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र ने आजतक ऐसा अयोग्य राज्यपाल नहीं देखा।
कहा-कोश्यारी ने लांघी सीमाएं
गौरतलब है कि शरद पवार पहले भी कोश्यारी द्वारा सभी सीमाएं लांघने की बात कहते रहे हैं और उनके ऊपर हमलावर रहे हैं। पवार ने कहा कि मैं केंद्र सरकार के फैसले से संतुष्ट हूं। अब कोश्यारी के उन सभी फैसलों की जांच होनी चाहिए जो उन्होंने भारतीय संविधान का उल्लंघन करते हुए लिए हैं। शरद पवार सोमवार को वर्धा में थे। उन्होंने सेवाग्राम में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया और उन्हें चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा।
इस दौरान पवार ने यह भी कहा कि इस बार चुनाव में एनसीपी विदर्भ से सबसे अधिक उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा कि हम क्षेत्र के सभी जिलों में काडर को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। इस मौके पर शरद पवार ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के दबाव में करीब सभी शिवसेना विधायकों ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया। इसी दबाव में यह सभी लोग शिंदे-फडणवीस सरकार की तरफ चले गए। पवार ने भाजपा के ऊपर ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की ताकत के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा से इतर विधारधारा और आदर्श रखने वाले लोगों को परेशान किया जा रहा है।
अनिल देशमुख का खुलासा
पवार ने कहा कि आखिर पूर्व मंत्री अनिल देशमुख का क्या कसूर था और किस बात के लिए उन्हें डेढ़ साल के लिए जेल में रखा गया। पवार ने भाजपा के ऊपर आरोप लगाया कि उसने पूर्व मंत्री को फंसाया था। उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख ने भाजपा ज्वॉइन करने और सरकार गिराने से इंकार कर दिया था। उन्हें इसी बात का खामियाजा भुगतना पड़ा।
शनिवार को नागपुर पहुंचे अनिल देशमुख ने भी इस मौके पर लोगों को संबोधित किया। देशमुख ने खुलासा करते हुए कहा कि उनके सामने प्रस्ताव रखा गया था कि वह गठबंधन में शामिल हो जाएं तो उन्हें केसेज से बरी करने के साथ-साथ जेल से भी छोड़ दिया था। देशमुख ने कहा कि लेकिन मैंने तय कर लिया था कि सरेंडर नहीं करूंगा, चाहे पूरी जिंदगी जेल में ही क्यों न बितानी पड़े। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर 14 महीनों तक जेल के अंदर रखा गया।
पीएम से मुलाकात की कही बात
इससे पहले शरद पवार ने सेवाग्राम आश्रम में आदिवासी ग्राम सभा के जरिए आदिवासी नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी आदिवासी गांवों की ग्रामसभा को अधिक अधिकार दिए जाने चाहिए, ताकि वह स्थानीय आदिवासियों के हित में फैसले ले सकें।
साथ ही यह भी कहा कि सभी ग्राम सभाओं को और ज्यादा मजबूती देने की जरूरत है ताकि वह अपने जरूरत के हिसाब से विकास कर सकें। शरद पवार ने इस दौरान वर्धा के व्यापारियों और उद्योगपतियों से भी मुलाकात की और सरकार से यहां टेक्सटाइल पार्क विकसित किए जाने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि इसको लेकर वह लोकल डेलीगेट्स के साथ प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें उम्मीद है कि पीएम उन्हें निराश नहीं करेंगे।