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मैं कांग्रेस की तरफ नहीं गया, भाजपा ने धकेला :  उद्धव ठाकरे

(शशि कोन्हेर) : चुनाव आयोग के फैसले के बाद महाराष्ट्र की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौरा जारी है। जहां एकतरफ भाजपा और एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे गुट पर हमलावर है तो वहीं उद्धव गुट भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

इस बीच उद्धव ठाकरे ने रविवार (19 फरवरी, 2023) को कहा कि कल मैंने उन चोरों को रास्ते पर आकर चुनौती दी है कि हिम्मत है तो चुनाव लड़ो और जीतो। ठाकरे ने कहा कि मैंने हिंदुत्व नहीं छोड़ा, केवल भाजपा को छोड़ा है। इस दौरान ठाकरे ने एक और बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस की तरफ नहीं गया, बल्कि भाजपा ने मुझे धकेला था, क्योंकि भाजपा ने गठबंधन तोड़ा था। मैंने नहीं। मैं तब भी हिंदू था और आज भी हिंदू हूं।


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत दिनों बाद हिंदी भाषा की प्रैक्टिस बढ़ा रहा हूं, क्योंकि मुझे पता नहीं था कि चुनाव आयोग ऐसा फैसला करेगा। मेरा धनुष बाण चुरा लिया है, लेकिन अब प्रभु श्री राम हमारे साथ हैं।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले सभी घर आते थे, लेकिन बीते कुछ समय से घर आने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। काशी और महाराष्ट्र का रिश्ता बेहद पुराना है, हमें उम्मीद नहीं थी कि फैसला इतनी जल्दी होगा। उन्होंने हमारा धनुष-बाण छीन लिया, लेकिन अब राम हमारे साथ हैं।

ठाकरे ने कहा कि कल मैंने उन्हें चुनौती दी है कि आप धनुष लेकर सामने आओ, मैं अपनी मशाल लेकर आपके सामने आऊंगा। मैंने भाजपा को छोड़ा है, हिंदुत्व को नहीं, क्योंकि उनका हिंदुत्व मुझे स्वीकार नहीं है। मेरे पिता और मेरे लिए हिंदुत्व मतलब देश प्रेम है। मैं जनता से पूछता हूं कि मैंने गलती क्या की।

मैंने गठबंधन नहीं तोड़ा, भाजपा ने मजबूर किया: उद्धव ठाकरे


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो हिंदुत्व की बात कर रहे हैं, वो दंगों के वक्त कहां थे? अब 56 इंच का सीना दिखा रहे हैं, लेकिन तब तो आपके पसीने छूट रहे थे। ठाकरे ने कहा कि मैंने गठबंधन नहीं तोड़ा, बल्कि भाजपा ने मुझे मजबूर किया। बीजेपी ने मुझे महाविकास अघाड़ी गठबंधन के साथ जाने के लिए मजबूर किया था।

उद्धव ठाकरे ने बिना नाम लिए इशारों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा। ठाकरे ने कहा कि कल पुणे में कोई आया था, पूछा कैसा चल रहा है सब। इस पर उन्हें जवाब मिला कि चुनाव आयोग ने हमारे पक्ष में फैसला लिया है। उनका मानना है कि उनकी पार्टी में रहने वाले ही हिंदुत्व हैं।

अमित शाह क्या बोलते हैं, इस पर महाराष्ट्र ध्यान नहीं देता: संजय राउत


वहीं इस मसले पर संजय राउत ने बड़ा आरोप लगाया है और कहा कि अमित शाह क्या बोलते हैं। इस पर महाराष्ट्र ध्यान नहीं देता,जो सत्य को खरीदने का काम करते हैं वो झूठ और सच की क्या बात करते हैं। इसका निर्णय लेने का काम जनता के पास है और समय आने पर वो करेगी, फिलहाल अमित शाह पर ज़्यादा कुछ नही बोलूंगा।

राउत ने कहा कि पेगासेस मामले में हमने आवाज़ उठाई तो सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट दिया गया और अब शिवसेना और पार्टी सिंबल को चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को सौंप दिया। यह देश देख रहा है कि पीएम मोदी की सरकार द्वारा किस तरह से अपने एक दोस्त का साथ दिया जा रहा है।

उद्धव ठाकरे गुट के नेता व सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि शिवसेना और उसका निशान (तीर-कमान) चिह्न छीना गया है और ऐसा करने के लिए इस मामले में अब तक 2,000 करोड़ रुपए का सौदा हुआ।

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