पुतिन ने अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को किया निलंबित, युद्ध को लेकर बढ़ी आशंकाएं
मास्को : पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका के साथ हुई न्यू स्टार्ट ट्रीटी को खत्म करने का एलान किया। इस समझौते में परमाणु हथियारों को लेकर दोनों देशों में पारदर्शिता बनाए रखनी थी। एक-दूसरे के परमाणु हथियारों का निरीक्षण भी होता था और हथियारों के इस्तेमाल की स्थिति न आने देने की बात थी।
समझौता निलंबित होने से बढ़ी आशंकाएं
बता दें कि इसके लिए एक संवाद तंत्र बना हुआ था। दोनों देशों को परमाणु संख्या सीमित भी रखनी थी। यह समझौता 2026 तक था, लेकिन यूक्रेन युद्ध से पैदा तनाव के बीच पुतिन ने समझौता तोड़कर आशंकाएं बढ़ा दी हैं। यह रूस और अमेरिका के बीच अंतिम बड़ा समझौता है जिसे तोड़ दिया गया है।
यूक्रेन में कार्रवाई रहेगी जारी- पुतिन
इसके सात ही व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में लक्ष्यों की प्राप्ति तक कार्रवाई जारी रहेगी। पुतिन ने कहा कि रूस को बर्बाद करने के लिए पश्चिमी देशों ने आधुनिक इतिहास के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इसका रूस की अर्थव्यवस्था पर खास असर नहीं पड़ा है। रूस अब एशियाई देशों से व्यापारिक रिश्ते मजबूत कर रहा है।
नाटो पर पुतिन का निशाना
रूसी राष्ट्रपति ने दुनिया को आगाह करते हुए कहा कि नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) रूस को बर्बाद करने की षडयंत्र के चलते दुनिया को युद्ध की आग में धकेलना चाहता है। इसी के चलते अमेरिका नाटो का विस्तार कर रहा है। यूक्रेन के साथ ही फिनलैंड और स्वीडन को भी नाटो में शामिल करने की अमेरिका की योजना है।