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फारुख अब्दुल्ला ने अलापा नया राग…  तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को प्रधानमंत्री पद का संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार बनाने का किया समर्थन

(शशि कोन्हेर) : अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट होने का प्रयास कर रही हैं। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर पेश कर रहे हैं। वहीं कुछ नेताओं का मानना है कि बिहार सीएम नीतीश कुमार, बंगाल सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की रेस में शामिल हैं। हालांकि नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को दक्षिणी राज्य के बड़े चेहरे को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया।

भूल जाते हैं कि कौन पीएम बनने जा रहा- अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए संयुक्त विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का समर्थन किया। चेन्नई में डीएमके के कार्यक्रम में नेकां नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा,  “मुझे उम्मीद है कि आप (एमके स्टालिन) न केवल तमिलनाडु की सेवा करने के लिए बल्कि पूरे भारत की सेवा करने के लिए लंबे समय तक जीवित रहेंगे… भारत एक कठिन स्थिति में है। लोकतंत्र और संविधान को खतरे में डाला जा रहा है। आइए जागते हैं।”

उन्होंने कहा, “मैं उनसे (एमके स्टालिन) और सभी नेताओं से मांग करता हूं- जागो, एकजुट हो और एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करो जहां हम सभी सम्मान और शांति से रह सकें। भारत के लोग ही देश को मजबूत बनाते हैं। यह सेना, नौसेना और वायु सेना नहीं है। आइए साथ मिलकर काम करें।” फारूक अब्दुल्ला ने रैली में कहा, “स्टालिन, वक्त आ गया है। राष्ट्रीय स्तर पर आएं और राष्ट्र का निर्माण करें क्योंकि आपने इस राज्य का निर्माण किया है। (मल्लिकार्जुन) खड़गे जी से, मैं कहूंगा, भूल जाते हैं कि कौन पीएम बनने जा रहा है। पहले चुनाव जीत लेते हैं, फिर सोचते हैं कौन पीएम बनेगा। पीएम मायने नहीं रखता, देश मायने रखता है।”

“क्यों नहीं? वह (एमके स्टालिन) पीएम क्यों नहीं बन सकते?- अब्दुल्ला

इससे पहले जब फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए एक संयुक्त रूप से कौन चुनौती दे सकता है? इस पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “क्यों नहीं? वह (एमके स्टालिन) पीएम क्यों नहीं बन सकते? इसमें गलत क्या है?”

उन्होंने कहा, “जब हम सभी एकजुट होते हैं जीतते हैं। समय आने पर वे (एक संयुक्त विपक्ष) तय करेंगे कि इस देश का नेतृत्व करने और सभी को एकजुट करने के लिए सबसे अच्छा व्यक्ति कौन है।” फारूक अब्दुल्ला स्टालिन के 70वें जन्मदिन समारोह के लिए चेन्नई में हैं। सत्तारूढ़ डीएमके ने एकजुट विपक्ष को आगे बढ़ाने के लिए एक जनसभा का आयोजन किया है।

मैंने कभी नहीं कहा पीएम बनेगा कौन, अब्दुल्ला को खड़गे का जवाब

रूक अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक साथ आना चाहिए। मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन पीएम बनेगा। यह सवाल ही नहीं है। हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है।”

विपक्ष अगले साल के लिए तैयारी कर रहा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव सहित कई नामों को मोदी के लिए संभावित चुनौती के रूप में पेश किया जा रहा है। हालांकि ये दोनों नेता स्टालिन के कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए। रैली में जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव, बिहार के उपमुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए।

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