मछली पकड़ने के दौरान करंट लगने से एक की मौत- साथ में गये 2 साथी मृतक की लाश छुपा कर खिसक गये
(शशि कोनहेर) : बिलासपुर। मामला सीपत थाना क्षेत्र के बरेली गांव का है। वहां सुनील केवट नामक एक युवक घरवालों के मना करने के बाद भी अपने दो साथियों के साथ चड्डी बनियान में ही मछली पकड़ने निकल गया। बाद में दोपहर को करीब 1 बजे गांव के मधुर सिंह सिदार और चंद्रप्रकाश सिदार एक बोरी में भरकर बिजली का तार मृतक के घर छोड़ने आए।
और मासूमियत से मृतक सुनील केवट के परिजनों से पूछने लगे स्कूल सुनील कहां है। उसने हम लोगों को भेज दिया है। उसका पता नहीं है बोलकर वह वापस लौट गए। लेकिन जब शाम को करीब 4 बजे तक सुनील घर पर नहीं आया तब सुनील केवट का पिता बहोरन केवट अपने भाई रथ राम और एक लड़के अनिल के साथ सुनील की खोजबीन में निकल गए। लेकिन उन्हें तब सुनील केवट का कोई अता पता नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने गांव के ही रामेश्वर केवट के खेत में धान की मिठाई कर रहे चंद्रप्रकाश सिदार और मधुर सिंह सिदार से सुनील के बारे में पूछा।
लेकिन उन्होंने यह झूठ बोल दिया कि सुनील हम लोगों के साथ नहीं गया था। इसके बाद भी जब सुनील नहीं मिला तो उसके पिता चाचा और भाई फिर से चंद्रप्रकाश और मधुर सिदार के पास गये और उसे लेकर तुम लोग कहां मछली मार रहे थे..? चलो दिखाओ। तब चंद्र प्रकाश ने बताया कि उन्होने सुनील को हिंदू नारा पुल के नीचे रख दिए हैं। इस पर जब मृतक सुनील के पिता चाचा और लड़का वहां देखने गए तो मधुर सिंह सिदार उनके साथ से भाग गया। इन लोगों ने पुलिया के नीचे जाकर देखा तो सुनील की लाश पुलिया के नीचे पाइप में अंदर पड़ी हुई थी।
और उसने केवल अंदरवियर पहना था। शरीर पर कोई और कपड़ा नहीं था। शरीर पर कीचड़ मिट्टी लगी हुई थी। इस मामले में जब पुलिस ने मधुर सिंह सिदार से पूछताछ की तो उसने बताया कि मृतक सुनील केवट और चंद्रप्रकाश के साथ वह स्वयं तीनों मछली मारने के लिए गांव के तुंगा नाला के पानी में ध्रुव शंकर शुक्ला उर्फ टल्ली महाराज के खेत में गए थे। वहां बोर के बिजली के तार से करंट लगने के कारण सुनील की मौके पर ही मौत हो गई। वही पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर पता लगा कि जिस बोर के तार से करंट लगने के कारण सुनील की मौत हुई। शंकर शुक्ला का वह बोर अवैध बिजली कनेक्शन से चल रहा था। इस पर पुलिस ने मृतक सुनील केवट के पिता बहोरन केवट के रिपोर्ट पर चंद्रप्रकाश और मधुर सिदार तथा बोर मालिक ध्रुव शंकर शुक्ला उर्फ टल्ली महाराज के खिलाफ कार्रवाई कर मामले को न्यायालय में पेश कर दिया गया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक हरीश चंद्र टांडेकर, सहायक उप निरीक्षक शिव सेवक साल आरक्षक चंद्र प्रकाश भारद्वाज विनोद केवट और ज्ञानेश्वर यादव की भूमिका सराहनीय रही।