शी जिनपिंग के साथ अपनी फोटो लगाकर भगोड़े नित्यानंद ने दी, तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की बधाई
(शशि कोंनहेर) : विवादास्पद भगोड़ा स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद भारत के खिलाफ एक नई साजिश रच रहा है. वह अपना तथाकथित देश ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा’ स्थापित करने के बाद भारत के दुश्मन देशों से अपनी नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
उसने इसकी शुरुआत चीन से की है. दरअसल शी जिनपिंग को तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति बनाया गया है. वहीं भगोड़े नित्यानंद ने अपने तथाकथित देश की ओर से शी जिनपिंग को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है.
नित्यानंद ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया- हम आपको राष्ट्रपति के रूप में एक सफल कार्यकाल पूरा करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. आपके महान देश, यहां के लोगों और कैलासा के बीच लंबे समय तक चलने वाले मैत्रीपूर्ण संबंधों की आशा रखता हूं. उसने लिखा कि परमशिव का आशीर्वाद चीन के लोगों पर बना रहे.
नित्यानंद अपहरण और बलात्कार का आरोपी है. वह साल 2019 में देश छोड़कर भाग गया था. कुछ साल बाद पता चला कि उसने अपना अलग देश ‘यूनाइडेट स्टेट्स ऑफ कैलासा’ बना लिया है. न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत से भागने के बाद नित्यानंद ने दक्षिणी अमेरिका के इक्वाडोर में जमीन खरीदी और उसे अलग देश ‘कैलासा’ घोषित कर दिया. हालांकि अभी तक इसी आधिकारित पुष्टि नहीं हो पाई है.
पिछले महीने इस तथाकथित देश के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा भी लिया था, जिसके बाद से नित्यानंद फिर से चर्चा में आ गया है. कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंद ने दावा किया था कि नित्यानंद के देश की 20 लाख आबादी है और दुनिया के 150 देशों में कैलासा की एम्बेसी या एनजीओ हैं. वहीं आबादी को लेकर कैलासा की वेबसाइट पर दावा किया है कि हिंदू धर्म को मानने वाले 200 करोड़ लोग उनके देश के नागरिक हैं.