देखिये वीडियो : खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अपनी मूंछो को लगाया दांव पर, कहा – अगर कांग्रेस 2023 में नहीं जीती तो वे अपनी मूछें कटा लेंगे
(शशि कोन्हेर) : रायपुर – प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अपनी मूंछो को दांव पर लगा दिया हैं, उन्होंने कहा है की अगर कांग्रेस 2023 में नहीं जीती तो वह अपनी मूछें कटा लेंगे।
आज ही भाजपा के कद्दावर आदिवासी नेता और पूर्व सांसद नंदकुमार साय ने अपने बालों को दांव पर लगाया था। दरअसल रामविचार नेताम ने अपने बयान में कहा था की नंदकुमार साय भाजपा की जीत पर ही बाल कटवाएंगे।
उनके इसी चुनौती के बाद मंत्री अमरजीत भगत की प्रतिक्रिया सामने आई। श्री भगत ने पलटवार करते हुए यह भी कहा की बाल नहीं कटाने से कोई चुनाव नहीं जीत जाता।
अमरजीत भगत ने कहा कि उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बहुत काम किया है, इसलिए कांग्रेस को जीत जरूर मिलेगी। बीजेपी में आदिवासियों का कोई महत्व नहीं है। लंबी-लंबी डींगे हांकने से कुछ नहीं होता। पिछले 15 साल उनकी सरकार थी, हम सभी लोगों ने देखा कि आदिवासियों का हश्र बहुत बुरा हुआ।
उन्होंने कहा- बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष उस वक्त विष्णुदेव साय थे और उन्हें विश्व आदिवासी दिवस यानि 9 अगस्त को ही पद से हटा दिया गया। ये आदिवासियों का अपमान है। भगत ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही आज तक आदिवासियों को सम्मान दिया है। देश की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने ही इन्हें आरक्षण दिया। शिक्षा और नौकरी में भी आदिवासी आगे बढ़ रहे हैं।
अमरजीत भगत ने कहा कि क्यों छत्तीसगढ़ में आरक्षण का संवैधानिक आधार ढह गया है। विधानसभा में 32% आरक्षण के लिए बिल पारित कर राज्यपाल के पास भेजा गया, भारतीय जनता पार्टी का नेता चाहे वह आदिवासी ही क्यों ना हो, एक बार भी राज्यपाल के पास आरक्षण बिल को पारित करवाने के लिए ज्ञापन नहीं दिया। ना कोई स्टेटमेंट दिया, ना ही केंद्रीय मंत्री या प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति से इस बारे में बात की। आरक्षण को रोकने में बीजेपी मुख्य भूमिका निभा रही है। असल में छत्तीसगढ़ में पिछले कई महीनों से आरक्षण बिल राजभवन में अटका हुआ है, जिसे लेकर पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर हमलावर है।