वहां ग्रामीणों के कौतूहल का कारण बना एक नन्हा हाथी….
(शशि कोन्हेर) : आमतौर पर बड़े और भारी-भरकम हाथियों के दलों परेशान से परेशान जशपुर के ग्रामीणों में एक नन्हे हाथी को लेकर खासा कौतूहल बना हुआ है। जशपुर में इस बार फिर एक हाथी का बच्चा भटकते भटकते ओडिशा से सटे एक गांव में आ पहुंचा है । बताया जा रहा है कि वन परिक्षेत्र तपकरा के ओडीशा सीमा से लगे मिरिगखोल बस्ती के लोगों को हाथी का शावक दिखा जो बस्ती से कुछ दूर एक खेत के कीचड़ में लेटा हुआ है ।ग्रामीणों ने इसकी सूचना फॉरेस्ट विभाग को दी तो डीएफओ सहित पूरा वन अमला मिरिग खोल पहुंच गया । जानकारी के मुताबिक इस शावक की उम्र तकरीबन 15 माह है ।वह चलने फिरने में सक्षम है ।
शावक को कोई हाथ न लगाए कोई परेशान न करे इसके लिए फॉरेस्ट के कर्मचारियों को मौके पर तैनात किया गया है ।ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि बीते सितंबर माह में तपकरा वन परिक्षेत्र के समडमा में पाए गए हाथी के शावक के साथ ग्रामीणों ने खेलना शुरू कर दिया था ।इंसानी स्पर्श के कारण हाथियों के दल ने उसे अपने दल में शामिल ही नहीं किया था बाद में उसे पुनर्वास केंद्र भेजा गया ।इस बार भी कहीं ऐसा ना हो इसका वन विभाग पूरा ध्यान रख रहा है ।