(शशि कोन्हेर) : विकास खोजो अभियान के बाद अधूरी विकास परियोजना एवं राज्य सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मोर्चा खोलते हुए सरकंडा साइंस कॉलेज मैदान परिसर में दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर वृहद सभास्थल और प्रदेश के सबसे बड़े ऑडिटोरियम निर्माण के अधूरे कार्य के विरोध में परियोजना स्थल पर भारतीय जनता युवा मोर्चा एवं भारतीय जनता महिला मोर्चा के कार्यकर्ता पदाधिकारियों के साथ धरना देकर विकास विरोधी प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
इस मौके पर अमर अग्रवाल ने कहा भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में अरबों रुपए की विकास परियोजनाएं शहर विकास के लिए लाई । दिल्ली के प्रगति मैदान तर्ज पर साइंस कॉलेज मैदान में मल्टी सुविधाओं वाला केंद्र विकसित करने का कार्य 2016 से 2018 में 25 करोड़ की लागत से ज्यादा राशि खर्च करने के बाद भी अधिकतम दो साल में पूरा होने वाला प्रोजेक्ट आज भी अधूरा पड़ा है।
अमर अग्रवाल ने बताया कि आज साइंस कॉलेज परिसर के मैदान को दिल्ली के प्रगति मैदान की तरह विकसित करने की योजना की बदहाली सबके सामने है, शहर में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव से मुक्ति के साथ आने वाली पीढ़ी को सभा सम्मेलन सामाजिक सांस्कृतिक आयोजन करने के लिए सर्व सुविधा युक्त सभा स्थल एवं आधुनिक ऑडिटोरियम मिल सके,जहा व्यापारिक, वाणिज्यिक गतिविधियां, मेलों का आयोजन किया जा सके । उन्होंने बताया 25 एकड़ के साइंस कॉलेज मैदान में सभा स्थल के लिए 15 एकड़ भूमि पर चिन्हित कर कार्य आरंभ कराया गया,जिसमे 70 हजार लोग सभा में शामिल हो सकते है।
अमर अग्रवाल ने बताया प्रोजेक्ट की डीपीआर में हमने साइंस कॉलेज मैदान में व्यवस्थित बाउंड्रीवाल, मंच तैयार करने के कार्य के साथ, पूरे ग्राउंड का समतलीकरण,मैदान के चारों तरफ लैंड स्केपिंग, हैलीपेड, आकर्षक गैलरी की योजना पर कार्य आरंभ कराया । प्रस्तावित सभास्थल के लिए नगर निगम की ओर से अधोसरंचना मद से केंद्रीय मंच, मेन रोड से डामरीकरण वाली सड़क आदि का निर्माण शुरू करवाया।निर्माणाधीन सार्वजनिक सभा स्थल के अलावा पीडब्ल्यूडी के द्वारा इंडोर ऑडिटोरियम निर्माण कार्य समांतर रूप से स्वीकृत करते हुए संचालन के लिए प्रशासनिक भवन, वॉलीबॉल बास्केटबॉल एवं बैडमिंटन के निर्धारित मानकों के अनुसार खेल एरीना बनाया जाना था।
अमर अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम और पीडब्ल्यूडी दो -दो निर्माण एजेंसियों को कार्य आबंटन होने के बावजूद आधा अधूरा है, करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी सुविधाएं बहाल नही होना जनहित के साथ खिलवाड़ है। भाजपा कार्यकाल में प्रोजेक्ट निर्माण टेंडर वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था के बाद तेजी से कार्य जारी था। पांच वर्ष पहले माननीय प्रधानमंत्री जी की सभा कराई गई। उसके बाद आज तक अधूरा कार्य पूरा नहीं हुआ है,रख रखाव के अभाव में नवीन कार्य भी बेरंग हो जा रहे हैं, लैंडस्कैपिंग और हरियाली की बजाए मैदान में चार चार फीट की खरपतवार और घासे उग आई हैं।
निर्माण एजेंसियों की लेट लतीफी और समन्वय के अभाव से साइंस कॉलेज मैदान में प्रगति विहार की यह सुविधा बहाल नही हो सकी है। तय कार्ययोजना के विरुद्ध चार हेलीपैड बना दिए गए हैं, हैंडओवर नहीं होने से इनका इस्तेमाल नही हो रहा है। इसके चारों ओर कांटेदार झाड़ियां, लंबी लंबी घासे, खरपतवार उगी हुई है।अमर ने कहा कि अधूरे निर्माण कार्य में इंतजाम के अभाव में क्षेत्र के लोगों को बहु प्रतिक्षित सौगात नही मिल पा रही है,देर शाम के बाद परिसर में अवांछित तत्वों का डेरा भी लगे रहता हैं। प्रवेश गेट के बाएं छोर पर वॉलीबॉल, कबड्डी बास्केटबॉल के मैदान अधूरे है।
उन्होंने दोहराया शहर के नियोजित विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में बिजली, पानी सड़क, स्ट्रीट लाइट, तालाबों का सौंदर्यीकरण, गौरव पथ का निर्माण, हरा भरा वातावरण, शांति और खुशहाली के लिए हर संभव कार्य आरंभ किए गए। तिफरा ओवरब्रिज ,प्लेनेटोरियम, सेंट्रल लाइब्रेरी, स्मार्ट सड़क का उद्घाटन कांग्रेस के मुख्यमंत्री करते हैं लेकिन इन सब का टेंडर प्रशासकीय स्वीकृति फंड की व्यवस्था भाजपा के कार्यकाल में कर दी गई थी, सरकारे आती -जाती रहती हैं लेकिन जनहित के काम नहीं रुकना चाहिए।
अमर अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बिलासपुर के लोगो के साथ छलावा कर रही है। विकास आम शहरी का हक है, सरकार को जनता की गाढ़ी कमाई से किये जा रहे विकास कार्यों की दुर्दशा का जवाब देना पड़ेगा। शहर के विकास के 80% कार्य भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में आरम्भ हुए और 20% शेष कार्यों को भी यह सरकार एवम उसके जनप्रतिनिधि पूरा नहीं करा पाए।
यहा के जनप्रतिनिधि के पास जनता अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए जाती है। बिलासपुर का दुर्भाग्य है कि ऐसा जनप्रतिनिधि है जो जनता के आंसू पोछने की बजाय समस्या बताने गए लोगों के सामने अपनी नाकामी का दुखड़ा रोते है। उन्होंने कहा कि शहर की जनता को बहाने बनाने वाला या पैर पड़ने वाला नहीं बल्कि विकास करने वाला, सुख दुख में शामिल होने वाला प्रतिनिधि चाहिए।
अमर अग्रवाल ने बिलासपुर में एम्स खोलने के मामले में कहा पिछले दिनों विधानसभा में बेगानी दिल्ली में अब्दुल्ला की चर्चा हुई,बिलासपुर में एम्स की सुविधा हो इससे अच्छी बात नहीं हो सकती, लेकिन राज्य की विधानसभा में चर्चा करके केवल बधाई लेने का ढिंढोरा पीटने से एम्स की सुविधा मिलने वाली नहीं है।
प्रदेश सरकार की नेक नीयत होती तो बिलासपुर में राज्य मद से एम्स जैसी सुविधाओं के अस्पताल खोलने की पहल कर सकती थी।अमर अग्रवाल ने कहा शहर में भू माफियाओं का राज चल रहा है, अवैध प्लाटिंग के लगातार मामले आ रहे हैं उसके बाद भी कार्यवाही शून्य है, सत्ता के संरक्षण में ही शहर में अराजकता का माहौल है और सारे विकास कार्य ठप्प पड़े हुए हैं। उन्होंने ऐलान किया यह सरकार जाने वाली है, जनता की गाढ़ी कमाई को बदहाली में लगाने वालों से हिसाब लेते हुए अधूरी पड़ी विकास परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा ।
आयोजित धरना सभा को भारतीय जनता महिला मोर्चा की जय श्री चौकसे, श्रीमती विभा गौराहा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल केसरवानी, मंडल अध्यक्ष सतीश गुप्ता, भाजयुमो पदाधिकारी शैलेंद्र यादव, रोहित मिश्रा, महर्षि बाजपेयी, मोनू रजक, मुकेश राव, अभिषेक चौबे में भी अपने उद्बोधन में कोरी घोषणाएं करने वाली राज्य सरकार को विकास विरोधी बताया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक सिंह,कंचन दुसेजा,संध्या चौधरी,श्रद्धा जैन, दीपा शर्मा, शैल कश्यप, गंगा साहू, रुक्मणी साहू, रूपा यादव, राखी साहु, शैल विश्वकर्मा, लक्ष्मी पोर्ते, प्रमिला चौधरी, रीना चौधरी, आशा निर्मलकर, प्रियंका थॉमस, मीनाक्षी बोबड़े, वंदना तिवारी, उमा मानिक पूरी, नीलम गुप्ता, मंजू अहिरवार, दुर्गेश पांडेय,दाउ शुक्ला, अभिषेक राज,आशीष तिवारी,वैभव तिवारी विश्वजीत ताम्रकार,अंचल दुबे, केतन सिंह, सहित बड़ी संख्या में महिला मोर्चा युवा मोर्चा एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित थे।