चौकसे कालेज ने किया एमबीए के 15 विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़, पहले पंजीयन और परिवहन शुल्क वसूला, 5 माह तक क्लास अटेंड कराई और अब कर दिया एडमिशन रद्द
(शशि कोन्हेर के साथ जयेंद्र गोले) : बिलासपुर। चौकसे कॉलेज में एमबीए की शिक्षा ग्रहण कर रहे 15 छात्र छात्राओं ने तोरवा पुलिस थाने में चौकसे कालेज के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा है कि इस कॉलेज के प्रबंधन ने उनसे सभी तरह की फीस वसूल करने और 5 माह तक क्लास अटेंड कराने के बाद अब एकाएक एडमिशन रद्द करने की सूचना दी है। इससे इन सभी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। और उनके साथ हुए इस बर्ताव से उनके परिजन सदमे की हालत में है। छात्रों द्वारा तोरवा थाने में की गई शिकायत के अनुसार उन्होंने चौकसे कॉलेज में अक्टूबर 2022 में एमबीए के कोर्स में प्रवेश लिया था।
इन सभी छात्रों से पंजीकरण शुल्क और बस में आने जाने का परिवहन शुल्क समेत अनेक तरह के शुल्क वसूल किए गए। प्रवेश के बाद 5 माह तक इन्हें लगातार क्लास भी अटेंड कराई गई। लेकिन 5 फरवरी 2023 को इन सभी छात्रों को अचानक बताया गया कि सीएसबीटीयू के तीसरे चरण की काउंसिलिंग की अनुपलब्धता के कारण उनका प्रवेश रद्द कर दिया गया है। इन विद्यार्थियों को ऐसा कुछ पहले ना बताया गया था और ना संकेत दिया गया था।
इन छात्रों ने तोरवा थाने में दी अपनी शिकायत में लिखा है कि चौकसे कालेज प्रबंधन के इस रवैये से उन्हें काफी गहरा आघात लगा है तथा उनके परिजन भी सदमे जैसी हालत में हैं। वही प्रबंधन के इस रवैये से उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। सभी शिकायतकर्ता छात्र-छात्राओं ने तोरवा पुलिस से आग्रह किया है कि पहले प्रवेश के नाम पर हम सभी से पैसे वसूल कर बाद में प्रवेश निरस्त कर उन्हें आर्थिक मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। इस तरह हमारे साथ और हमारे भविष्य के साथ धोखाधड़ी और खिलवाड़ किया गया है। अपने साथ हुए बर्ताव से दुखी विद्यार्थियों ने पुलिस से आग्रह किया है कि वह उनकी शिकायत पर प्रबंधन के दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की कृपा करें।