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गुलाम नबी आजाद समेत इन नेताओं ने नहीं जमा करवाया बिजली बिल, कार्रवाई से कतराया विभाग; करोड़ों की देनदारी बाकी

(शशि कोन्हेर) : जम्मू  : प्रशासनिक दबाव के चलते बिजली निगम का राजस्व वसूली अभियान एक बार फिर आम उपभोक्ताओं तक सीमित होकर रह गया है। घरेलू व कमर्शियल उपभोक्ताओं से दो महीनों या उससे अधिक की देनदारी वसूलने के लिए बिजली कनेक्शन काटने का अभियान बदस्तूर जारी रखा है, लेकिन इसी सूची में शामिल “खास” जिनमें राजनीतिज्ञ से लेकर नौकरशाह शामिल हैं, उनके बिजली कनेक्शन काटना तो दूर उनसे बकायाजात वसूलने से भी अधिकारी कतरा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि प्रशासनिक दबाव के चलते बिजली निगम ने उनके खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। आपको बता दें कि अभियान की शुरुआत में बिजली निगम ने भाजपा प्रदेश प्रधान रविंद्र रैना, पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद सहित कई राजनीतिज्ञों, नौकरशाहों के इस चेतावनी के साथ बिजली कनेक्शन काट दिए थे कि जब तक वे अपने बकाया जमा नहीं कराएंगे उनकी बिजली सप्लाई बहाल नहीं की जाएगी।

इस कार्रवाई का प्रभाव आम जनता पर भी देखने को मिला। देनदारों को लगा कि जब बिजली निगम इतने बड़े नेताओं के घरों में अंधेरा कर सकता है, तो उनके बिजली कनेक्शन भी कट सकते हैं। परिणामस्वरूप घरेलू व कमर्शियल उपभोक्ताओं ने अपना बिल जमा कराना शुरू कर दिया। अंतिम तिमाही समाप्त होने को अब लगभग नौ दिन ही रह गए हैं। इतने कम समय में करोड़ों रुपये की देनदारी वसूलना अब मुश्किल लग रहा है।

अवैध कनेक्शनों व बिल जमा नहीं करवाने वालों के खिलाफ अभियान को जारी रखते हुए बिजली निगम ने 250 के करीब कनेक्शन काटे और 90 लाख रुपये राजस्व वसूला। असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नितिन महाजन और रूप भट्ट के निर्देश पर विभाग की टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी की। टीम ने नई बस्ती में 66 व्यवसायिक व घरेलू कनेक्शन काटे जबकि गांधीनगर, शास्त्री नगर, सैनिक कालोनी, संजय नगर, ग्रेटर जम्मू समेत विभिन्न इलाकों में अभियान चलाया।

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