छत्तीसगढ़

स्मार्ट सिटी के चार हजार करोड़ के फंड हो रहा दुरुपयोग… नकारेपन से स्मार्ट शहर की संकल्पना रसातल की ओर- श्री अमर अग्रवाल

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर : पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने भाजयुमो एवं भारतीय जनता महिला मोर्चा पदाधिकारियों के साथ विकास भवन नगर निगम के सामने  “विकास को तरसता बिलासपुर-अधूरे विकास की अधूरी कहानी” अभियान के अंतर्गत स्मार्ट सिटी बिलासपुर के कार्यों में हो रही लापरवाही अनदेखी एवं बदहाली के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर मस्तूरी विधायक एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री कृष्णमूर्ति बांधी विशेष रूप से शामिल हुएl

कार्यक्रम के दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने कहा इस नगर की धरती को अनेको ने अपने  पुरुषार्थ से ऐसा बढ़ाया कि राज्य निर्माण के समय प्रदेश की राजधानी के रूप में इस शहर का नाम सबसे आगे आया।बिलासपुर के विकास की तरक्की का सबसे तेज सफर जब कभी इतिहास में लिखा जाएगा तो सबसे ज्यादा योगदान केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में होना मिलेगा। 2014 में  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दृष्टिकोण के अनुरूप  आने वाली पीढ़ी की पांच दशकों की आवश्यकता के अनुसार आधुनिक तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त शहरी नियोजन अंर्तगत देश के स्मार्ट शहरों में नया रायपुर और बिलासपुर स्मार्ट सिटी की सौगात शहर वासियों को मिली।

अमर अग्रवाल ने कहा 2013 में केंद्र सरकार ने जीवन जीवन यापन और रहने के लिहाज से कुछ वर्षों पहले बिलासपुर को देश के चुनिंदा 111 शहरों में 13वां सबसे बढ़िया शहर घोषित किया था। अमर अग्रवाल ने बताया उनके कार्यकाल में  उपलब्ध सुविधाओं और दीर्घकालिक नियोजन की दृष्टि से बिलासपुर देश के अग्रणी व्यवस्थित शहरों में जाना जाता रहा है,

राज्य निर्माण के विगत दो दशकों की विकास यात्रा में बिलासपुर के समग्र विकास की परिकल्पना को प्रतिबद्ध प्रयासों के साथ नगर वासियों ने इसे बढ़ते महानगर के आकार लेते देखा है। स्मार्ट शहर के मानको पर खरा पाए जाने के कारण ही बिलासपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में घोषित किया गया।जून 2017 में ही स्मार्ट शहरों की घोषणा के एक सप्ताह के अंतर्गत की एसपीवी बनाकर बिलासपुर की स्मार्ट सिटी हेतु केंद्र सरकार ने 114 करोड़ रुपये जारी भी कर दिए।

पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा  2018 में जब कांग्रेस की सरकार आई तो तेजी से चल रहे स्मार्ट शहर के विकास कार्यों की गाड़ी में बेपटरी हो गई।कांग्रेस सरकार आते ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बड़े काम दरकिनार कर दिए गए नए काम जोड़कर खानापूर्ति की जा रही है। मल्टीप्लेक्स कमर्शियल काम्प्लेक्स, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना धरी की धरी रह गई है। जनता को ट्रैफिक के जंजाल से मुक्ति दिलाने वाली आईटीएमएस की योजना अब तक अटकी हुई है। बिना केंद्र सरकार की अनुमति ले मद परिवर्तन करके नए जुड़े कार्यों में अरपा के किनारे 1800-1800 मीटर रोड और नाला निर्माण धीमी गति से चल रहा है। मच्छरों से मुक्ति, रेट ए साइकल की योजना बंद कर दी गई।

मार्च की 2023 डेडलाइन है लेकिन  परियोजना के तहत महज 25% काम हो पाए है। लागत विश्लेषण के आधार सतत विकास के लिए केंद्र सरकार ने भी अल्टीमेटम जारी कर जून 2023 तक समय अवधि दिए जाने के बावजूद कार्यो में प्रगति नहीं आ रही है।  


आज के धरना प्रदर्शन में मस्तूरी क्षेत्र के विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष जयश्री चौकसे, दीपक सिंह, निखिल केसरवानी, अजीत सिंह भोगल, प्रवीण दुबे विजय ताम्रकार मनीष अग्रवाल,बबलू कश्यप अमित चतुर्वेदी,अमित तिवारी, वैभव गुप्ता,रोहित मिश्रा,सत्येंद्र यादव,अखिलेश यादव, राज निषाद, गप्पू सोनकर,प्रवीर सेन गुप्ता, विजय सिंह,कंचन दूसेजा,सुजाता मानिक, सोनिया साहु, गंगा साहु, नीता साहु, पुष्पा तिवारी, संजय गुप्ता, प्रभु नाथ विश्वकर्मा,साहिल भाभा ,साहिल कश्यप, मुश्ताक मेनन, आयुष मेहता, कमल कौशिक, पंकज तिवारी, शैलेन्द्र यादव, सुकांत वर्मा, श्रद्धा तिवारी, जितेन्द्र अंचल, मोहम्मद हाफिज खान सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित रहे ।

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