तीन तेंदुआ शावकों को देखने वहां उमड़ी भीड़…साथ खेलने लगे बच्चे…तभी आ पहुंची उनकी मां
(शशि कोन्हेर) : गरुड : इंसान के हों या पशु के, बच्चे बहुत मासूम होते हैं। इनमें कोई छल-कपट नहीं होता। यहां तक कि खूंखार वन्य जीवों के बच्चे भी पैदा होने के कुछ समय तक काफी मासूमियत लिए होते हैं। उनको देख कर किसी का भी दिल मतवाला हो जाता है। ऐसा ही कुछ गरुड़ में हुआ है। जहां तेंदुए के 03 शावकों के साथ बच्चे खेलते नजर आ रहे हैं।
तहसील के सिरकोट गांव के पथरिया में एक खंडहरनुमा मकान में तेंदुए (गुलदार) ने तीन शावकों को जन्म दिन दिया। शावकों को देखने ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। यहां तक कि इन प्यारे और मासूम तेंदुआ शावकों को देख बच्चे इनके साथ खेलने को आतुर हो उठे। हालांकि इस बीच जब लोग तेंदुआ शावकों के साथ मनोरंजन करने में व्यस्त थे तभी उनकी मां आ गई। उसके गुर्राने की आवाज़ से लोग डर गए और मौके से भाग गये।
ज्ञात रहे कि पथरिया गांव में पलायन के चलते कई मकान वर्षों से छोड़े हैं। जिसके चलते वे खंडहरनुमा हो गए हैं। मकानों के आस-पास झाड़ियां उग आई हैं। एक खंडहरनुमा मकान में गुलदार ने तीन शावकों को जन्म दिया। यह ग्रामीणों के लिए कौतूहल का विषय बना गया। शावकों को देखने ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम
इधर सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। बैजनाथ के वन क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र सिंह, वन दरोगा हरीश चंद्र पांडे, उप रजिक अधिकारी ईश्वरी दत्त कांडपाल, त्रिभुवन सिंह, वन रक्षक प्रताप सिंह गड़िया मौके पर पहुंचे। रेंजर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गुलदार एक शावक को कहीं और ले गया है। दो शावक अभी वहीं हैं। उन्होंने ग्रामीणों से शावकों वाले क्षेत्र में न जाने की अपील की है।