आइए बिलासपुरवासियों आज आपको अरपा मैया बुला रही है
(शशि कोन्हेएलर) : !!अरपा जीवंत बहेती रहे!! आइयेगा सभी सामाजिक धार्मिक राजनैतिक सांस्कृतिक व्यापारिक संस्थान के साथ-साथ डॉक्टरो वकीलो पत्रकारो एवं दुर्गा गणेश उत्सव समितियों के सभी साथियों आज जरूरत है, अरपा को सवारने हेतु दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक मंच में आकर इसकी दशा दुर्दशा पर गंभीर चिंतन- मनन हो विचारों के आदान-प्रदान से जीवनदायिनी अरपा के उन्नयन संरक्षण का कोई रास्ता जनभागीदारी के तहत निकले इसलिए आइएगा जरूर अपने विचारों को लेकर🙏
नदी को बोलने दो,शब्द स्वरों के खोलने दो।
उसकी नीरव निस्तब्धता,एक खतरे का संकेत है।
यह इस बात की पुष्टि है,कि नदी हुई समाप्त,
शेष रह गई रेत है यह उर्वरता और जीवन प्रदान करती है,
खुद कष्ट सहकर दूसरों का कष्ट हरती है,
यह जीवनदायिनी है,इसे अपने दुष्कर्मों,से न भयभीत करो,यह नीर नहीं संचती है,इसे नाले में न तब्दील करो!!🙏
शनिवार 15 अप्रैल संध्या 4:30 बजे सरकंडा पुराना पुल के ठीक नीचे “अरपा की गोद पर अरपा पें चर्चा “