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मैं बिना किसी शर्त…’, आखिर ललित मोदी को सुप्रीम कोर्ट से क्यों मांगनी पड़ी माफी

(शशि कोन्हेर) : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी ने न्यायपालिका के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर बिना शर्त माफी मांग ली है। उन्होंने मंगलवार को देर शाम अपना माफीनामा सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसमें ललित मोदी ने लिखा, ’13 जनवरी और 30 मार्च 2023 की सोशल मीडिया पोस्ट के लिए मैं बिना शर्त सार्वजनिक तौर पर माफी मांगता हूं।

मैं यह दोहराता हूं कि मेरे मन में भारतीय न्यायपालिका और माननीय कोर्ट के लिए सर्वोच्च सम्मान है। मैं ऐसा कुछ भी नहीं करूंगा जो माननीय अदालत या भारतीय न्यायपालिका की महिमा व गरिमा के साथ किसी भी तरह से असंगत हो।’ दरअसल, SC ने न्यायपालिका के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी के लिए ललित मोदी को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने उन्हें सोशल मीडिया मंचों व राष्ट्रीय समाचार पत्रों में बिना शर्त माफी मांगने का निर्देश दिया था।

आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष ने अपने माफीनामा ने कहा, ‘मैं यह दोहरा रहा हूं कि भारतीय न्यायपालिका की छवि या सार्वजनिक प्रतिष्ठा को कम करने का मेरा कोई इरादा नहीं है और ना ही कभी था। मैं कोर्ट और न्यायपालिका का सम्मान करता हूं।’

मालूम हो कि जस्टिस एम. आर. शाह और जस्टिस सी. टी. रविकुमार की पीठ ने कहा था कि ललित मोदी कानून व संस्थान से ऊपर नहीं हैं और इस तरह के आचरण को दोहराना बहुत गंभीरता से लिया जाएगा। SC ने उन्हें माफी मांगने से पहले एक हलफनामा दाखिल करने का भी निर्देश दिया था, जिसमें कहा जाए कि भविष्य में ऐसी कोई टिप्पणी (पोस्ट) नहीं की जाएगी जो भारतीय न्यायपालिका की छवि को धूमिल करती हो।

जवाब से संतुष्ट नहीं हुई एससी की बेंच
पीठ ने कहा था, ‘हमने प्रतिवादी (ललित मोदी) द्वारा दायर जवाबी हलफनामे पर गौर किया। हम दिए गए स्पष्टीकरण से बिलकुल संतुष्ट नहीं हैं। हमारा विचार है कि स्पष्टीकरण भी न्यायपालिका की छवि को खराब करेगा।’ पीठ ने मामले को 24 अप्रैल को सुनवाई के लिए स्थगित करते हुए कहा था, ‘प्रतिवादी के वकील ए एम सिंघवी ने बार में कहा कि सभी सोशल मीडिया मंचों पर बिना शर्त माफी मांगी जाएगी, जहां उनके फॉलोवर हैं और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, मद्रास व कोलकाता संस्करणों के प्रमुख समाचार पत्रों में भी माफी मांगी जाएगी।’

जब SC ने ललित मोदी को लगाई फटकार
अवमानना ​​याचिका दायर करने वाले सी. यू. सिंह ने कहा था कि ललित मोदी ने न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और यह माफी सजा से बचने के लिए है। उन्होंने दावा किया कि ललित मोदी के ट्विटर पर 30 लाख और इंस्टाग्राम पर 40 लाख फॉलोवर हैं। साथ ही पूर्व क्रिकेट प्रशासक को सभी सोशल मीडिया मंचों पर अपनी माफी प्रकाशित करनी चाहिए। ललित मोदी का प्रतिनिधित्व कर रहे सीनियर वकील सिंघवी ने जैसे ही अपनी दलीलें शुरू कीं, SC ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख के खिलाफ तीखी टिप्पणियां कीं। पीठ ने कहा, ‘उनके इस बयान का क्या अर्थ है कि न्यायाधीश फलां की जेब में हैं? क्या उन्हें लगता है कि न्यायपालिका कमजोर है? अदालत से माफी कहां है? पहले आप बिना शर्त माफी मांगें। अन्यथा अवमानना मानी जाएगी। माफी सार्वजनिक रूप से मांगी जाए। उन्हें कहना चाहिए कि मुझे भारतीय न्यायपालिका पर भरोसा है।’

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