पार्षद पर अपात्र होने के बाद भी पत्नी के नाम से गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनाने की पूर्व गृह मंत्री ने की कलेक्टर से शिकायत, पद से हटाने का किया आग्रह
(शशि कोन्हेर) : मामला बिलासपुर संभाग के कोरबा जिले का है। पूर्व गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्री ननकीराम कंवर ने कोरबा के वार्ड क्रमांक 29 के पार्षद और खाद्य विभाग के मेयर इन काउंसिल सदस्य प्रदीप राय पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी पत्नी के नाम से अपात्र होने के बाद भी गरीबी रेखा का राशन कार्ड बना कर शासन को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।
भाजपा विधायक श्री कंवर ने कलेक्टर कोरबा से उक्त आशय की शिकायत करते हुए आग्रह किया है कि इस मामले में पार्षद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पूर्व गृह मंत्री और विधायक श्री ननकीराम कंवर ने कलेक्टर से की गई शिकायत में कहा है कि… मेरे समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर मुझे अवगत कराया गया है कि कोरबा नगर निगम क्षेत्र में वार्ड क्रमांक 29 के पार्षद प्रदीप राय द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी पत्नी माधुरी राय के नाम पर गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनवाया गया है।
अपात्र होने के बावजूद पार्षद की पत्नी के नाम से बनाए गए गरीबी रेखा के राशन कार्ड की संख्या 2338 3725 5221 है। शिकायत में कहा गया है कि गरीबी रेखा के नाम पर बने इस राशन कार्ड में 7 सदस्य अंकित हैं। शिकायत में यह भी कहा गया है कि पार्षद श्री प्रदीप राय के पास स्वयं के दो पहिया वाहन है तथा चार पहिया वाहन दो हैं। इसके अलावा उनके पास स्वयं का पक्का मकान सहित सभी प्रकार की विलासिता की वस्तुएं हैं। और अभी बतौर पार्षद प्रति माह ₹15000 का मानदेय प्राप्त कर रहा है।
इसके बाद भी अपने आप को गरीब बताकर पत्नी के नाम से गरीबी रेखा का राशन कार्ड बनाकर शासन को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया है। इसके साथ ही पार्षद के द्वारा शिक्षा के अधिकार कानून के तहत अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में निशुल्क पढ़ाया जा रहा है। इस प्रकार से निर्धन बच्चों के हक को छीना जा रहा है। इतना ही नहीं इनके द्वारा प्रधानमंत्री गरीब खाद्यान्न ने योजना के तहत प्रति व्यक्ति
5 किलो अनाज निशुल्क प्राप्त किया जा रहा है। कलेक्टर से की गई शिकायत में कहा गया है कि पद का दुरुपयोग करने वाले इस पार्षद के खिलाफ कार्यवाही आवश्यक है। अतः आपसे अपेक्षा है कि इस प्रकरण को संज्ञान में लेकर मामले की जांच करा कर गरीबी रेखा के बनाए गए राशन कार्ड को निरस्त कर उनके द्वारा अर्जित लाभ की धनराशि उनसे वसूल की जाए साथ ही पार्षद को पदच्युत कर धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर कार्यवाही कर अवगत कराने का कष्ट करें।