देखिये VIDEO : न्यूज़ चैनल की ओपन डिबेट में भिड़े भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता, शब्द युद्ध से शुरू हुआ विवाद मल्लयुद्ध में बदला…टूट गया माइक, टूटी गई टेबल, कुर्सियां और स्टेज…
(शशि कोन्हेर के साथ सीता टण्डन) : खबर दो दिन पहले की है। जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा के शास्त्री चौक में एक निजी चैनल द्वारा कराये जा रहे डिबेट के दौरान भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए और मामला बहस से आगे बढ़कर झूमा झटकी तक जा पहुंचा । मिली जानकारी के अनुसार अकलतरा के शास्त्री चौक में एक निजी चैनल द्वारा एक डिबेट करायी जा रही थी जिसमें चारों दलों कांग्रेस , भाजपा , बसपा और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ताओं और कार्यकर्ताओं को डिबेट के लिए बुलाया गया था । इस डिबेट का उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल के द्वारा किये गये कार्यो की समीक्षा करना था । बताया जा रहा है कि चारों दलों के कार्यकर्ता , पार्षद और संगठनों के पदाधिकारी, इस डिबेट के दौरान शास्त्री चौक में उपस्थित थे और सबका परिचय और कार्यक्रम के उद्देश्य के विषय में बताने के बाद सबसे पहले भाजपा के कार्यकर्ताओं को क्षेत्रीय विधायक सौरभ सिंह की पांच साल की उपलब्धियों और आने वाले समय में विकास की योजनाओं के विषय में आमंत्रित किया गया।
भाजपा से शांति भारते नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा अपने कार्यकाल और अकलतरा विधायक सौरभ सिंह द्वारा कराए जा रहे कार्यों को गिनाया गया । जब शांति भारते द्वारा विधायक सौरभ सिंह द्वारा कराए गए कार्यो को बताया जा रहा था। उसी समय कांग्रेस से कुछ कार्यकर्ताओं ने विकास कार्यो को नहीं होना बताया । इसी बीच दोनों दलों से अपने दल के लिए जिंदाबाद और विपक्षी दल के लिए मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। जिसके उपरांत जब कांग्रेस कार्यकर्ताओ को बोलने का मौका मिला तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनकी उपलब्धियों को झूठा बताया । बहस के दौरान ही दोनों दलो ने एक दूसरे दल के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के मूर्दाबाद के नारे लगाए। जिसके बाद मामला गरमा गया और बात धक्का-मुक्की में बदल गयी । दो दलों में गाली-गलौज और अपशब्दों का प्रयोग होने लगा। यह सब दो से ढाई घंटे तक चला है । बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ और दोनों दलों के लोग वापस हुए ।
पहले उन्होंने लगाए मुर्दाबाद के नारे..?
दोनों ही दलों ने यह तो माना कि आरोप प्रत्यारोप के बाद एक दूसरे के राष्ट्रीय नेताओं के मूर्दाबाद से मामला गरमाया है लेकिन दोनों ही दलों का कहना है कि मूर्दाबाद के नारे पहले उन्होंने नहीं लगाए हैं चाहे जो भी हो परन्तु ऐन चुनाव आने के कुछ महीने पहले दो राष्ट्रीय दल के कार्यकर्ताओं की झूमा झटकी जनता को क्या संदेश देगी..?
न्यूज़ चैनल के द्वारा आयोजित डिबेट के दौरान बसपा कार्यकर्ताओं के साथ डाक्टर विनोद शर्मा भी उपस्थित थे। साथ छत्तीसगढ़ में पहली बार नब्बे विधानसभा में चुनाव लडने का दावा करने वाली अब राष्ट्रीय दल का दर्जा पा चुकी आप पार्टी के जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा और कार्यकर्ता आनंद प्रकाश मिरी भी। शांत बैठे रहे और अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहे। लेकिन उन्हें मौका ही नहीं मिल पाया।
दो घंटे चली बहस और धक्का मुक्की में चैनल द्वारा लगाए गए माइक , टेबल और कुर्सियां टूट गईं। और स्टेज की दशा भी खराब हो गई है ।