(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। बिलासपुर शहर के तार बहार थाने में ठगी के जिस आरोपी की हिरासत में मौत का मामला मीडिया में वायरल हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद ठगी के आरोपी की मौत की वजह ब्रेन हेमरेज बताई जा रही है। इसी तरह पोस्टमार्टम परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने मृतक के शरीर में किसी भी प्रकार की चोट नहीं पाई।
पीएम के उपरांत उन्होंने मृत्यु का कारण ब्रेन हेमरेज बताया। यह जानकारी पुलिस के द्वारा अधिकृत रूप में दी गई है। जानकारी में बताया गया है कि इस्कान सेंटर तारबाहर को कार और जमीन दान में दिलाने के नाम पर 3 लाख 80 हजार रुपए की ठगी करने के आरोपी बोडतरा मुंगेली (हाल मुकाम मोवा रायपुर) निवासी 55 वर्षीय श्याम मोदीकर को बार-बार उपस्थित होने के लिए नोटिस भेजी गई।
इसके बाद भी उसके उपस्थित नहीं होने पर थाना तारबाहर द्वारा 25 अप्रैल की रात्रि में उसे विधिवत गिरफ्तार किया गया था। उसकी जामा तलाशी में विगोर दवा के 100 टेबलेट और अन्य टेबलेट तथा खाली रैपर मिले थे। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 26 अप्रैल को
सुबह 10 बजे आरोपी को चक्कर आने पर तत्काल जिला अस्पताल बिलासपुर इलाज के लिए ले जाया गया। जिसे इलाज के दौरान मृत घोषित किया गया। आरोपी की मृत्यु की न्यायिक जांच कराने पत्र भेज भेज दिया गया है। वही मर्ग जांच पंचनामा कार्यवाही माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट बिलासपुर के द्वारा की गई है।
इसके अलावा पोस्टमार्टम की कार्यवाही 3 डॉक्टरों की संयुक्त टीम के द्वारा की गई है। मर्ग जांच और पंचनामा तथा पोस्टमार्टम की कार्यवाही में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने मृतक के शरीर में किसी भी प्रकार की चोट नहीं पाई। उनकी राय के मुताबिक मृतक की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है। पुलिस ने बताया कि मृत आरोपी के खिलाफ 138 नेगोशिएबल एक्ट का बेमेतरा में प्रमाणित प्रकरण और नैला जांजगीर के स्थान सेंटर में भी ठगी करने की शिकायत दर्ज है।