अजित पवार ने राज ठाकरे को ऐसा क्यों कहा…? जैसा तुमने अपने चाचा स्वर्गीय बाल ठाकरे का ध्यान रखा ठीक वैसे ही मैं भी अपने चाचा (शरद पवार) का ध्यान रखूंगा..!
(शशि कोन्हेर) : उद्धव ठाकरे को अपनी पार्टी को एकजुट रखने की नसीहत देने वाले शरद पवार के अपने घर में आग लगी हुई है। उनकी अपनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में आने वाले दिनों में पता नहीं कितने धमाके होने के आसार दिख रहे हैं। दरअसल शरद पवार के बाद कौन..? इस सवाल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को ठीक उसी तरह संकट में डाल रखा है जैसे कुछ साल पहले बाल ठाकरे के बाद कौन..? इस सवाल ने शिवसेना को संकट में डाल दिया था। शिवसेना में बाल ठाकरे के कदम से कदम मिलाकर चलने वाले उनके भतीजे राज ठाकरे को यह उम्मीद थी कि शिवसेना की बागडोर उनके चाचा उन्हीं (राज ठाकरे) के हाथ में सौंपेंगे।
लेकिन ऐन वक्त पर स्वर्गीय बाल ठाकरे ने भतीजे राज ठाकरे की बजाय अपने बेटे उद्धव ठाकरे को उद्धव ठाकरे को अहमियत दी और उनके ही हाथों में शिवसेना की बागडोर सौंप दी। लगभग ऐसे ही हालात शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बनते नजर आ रहे हैं। यहां भी शरद पवार के बाद कौन..? इस सवाल को लेकर पार्टी में जमकर घमासान मचा हुआ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गठन से लेकर उसके हर संघर्ष में शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने कदम से कदम मिलाकर अपने चाचा का साथ दिया। लेकिन अब शरद पवार अपने भतीजे अजीत पवार की बजाय अपनी पुत्री सुप्रिया सुले के हाथ में एनसीपी की बागडोर सोचना चाहते हैं।
इस वक्त महाराष्ट्र के एनसीपी मैं शुरू हुई रस्साकशी की असली समस्या यही है। अजीत पवार और शरद पवार के बीच चल रहे लुका छुपी के खेल मैं दोनों ही एक दूसरे का नाम लिए बिना इशारों इशारों में बहुत कुछ बोल रहे हैं। एनसीपी की इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए जब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अजित पवार को यह नसीहत दी कि उन्हें अपने चाचा का ध्यान रखना चाहिए। तो अजित पवार ने उन्हें जवाब दिया कि जैसा उन्होंने (राज ठाकरे ने) अपने चाचा का ध्यान रखा था! वैसा ही वे भी अपने चाचा शरद पवार का ध्यान रखेंगे..! अजित पवार के इस जवाब में वह सच छुपा है जिसकी कोख में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मैं फूट का भविष्य फल रहा है। राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को शिवसेना की बागडोर सौंपी जाने के बाद अपने चाचा स्वर्गीय बाल ठाकरे के साथ बगावत कर मनसे का गठन किया था। अब शरद पवार के भतीजे अजित पवार आने वाले दिनों में क्या करेंगे..? यह भविष्य के गर्त में है और इस पर पूरे महाराष्ट्र सहित देश के राजनीतिक पर्यवेक्षकों की नजर लगी हुई है।