शहर के राजेंद्र नगर में, सड़क पर ही पार्किंग बना दी, आचार्य कोचिंग सेंटर ने.. एक छात्रा की गाड़ी गायब
(इरशाद अली संपादक लोकस्वर टीवी के साथ प्रदीप भोई) : बिलासपुर – बेहतर भविष्य का सपना दिखाकर लाखों रुपए फीस लेने वाले कोचिंग संस्थान बच्चों को वह सुविधाएं नहीं देते जिसकी उन्हें दरकार होती है। शहर में ऐसे कई स्थान हैं जहां बिना पार्किंग के ही बड़े-बड़े संस्थान खड़े कर लिए गए हैं जिसका भुगतान बच्चों को भुगतना पड़ता है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत राजेंद्र नगर चौक के पास आचार्य कोचिंग सेंटर जिला और पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहा है। इस कोचिंग संस्थान में सैकड़ों बच्चे सुबह से लेकर शाम तक पढ़ाई करते हैं मगर उनकी मोटरसाइकिल सड़क के किनारे अवैध रूप से खड़ी कराई जाती है। सड़क का एक किनारा पूरी तरह से इस कोचिंग संस्थान के छात्र-छात्राओं की मोटरसाइकिलें खड़ी करने के लिए एक तरह से अवैध रूप से बुक कर लिया गया है।गाड़ियां खड़ी होने की वजह से लोग यहां से पैदल आ जा नही सकते।
यही कारण है कि उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। खुले आसमान के नीचे बिना सुरक्षा के रखी गई गाड़ियां आए दिन चोरी हो रही है। यातायात की समस्या तो यहां बन ही रही है चोरी की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं जिसका सीधा प्रभाव छात्र-छात्राओं के आर्थिक स्थिति पर पड़ता है।आचार्य कोचिंग में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने का खामियाजा यहां के एक बच्चे को उठाना पड़ा। मंदिर चौक एमसी वर्मा टावर सिंधी कॉलोनी की रहने वाली आंचल दास आचार्य कोचिंग में कोचिंग करती है जो अपनी डेस्टिनी स्कूटी क्रमांक सीजी 22 आर 7501 को खड़ी कर कोचिंग गई हुई थी।कोचिंग से वापस आने पर उसकी स्कूटी वहां से गायब मिली। खोजबीन के बाद जब उसकी मोटरसाइकिल नहीं मिली तो उसने सिविल लाइन थाने पहुंच कर चोरी की रिपोर्ट लिखाई।
यहां कोचिंग करने आने वाले छात्र-छात्राओं की मोटरसाइकिल यूं ही रोड किनारे दिनभर खड़ी नजर आती है। कोचिंग संचालक ने अगर कांपलेक्स में स्टैंड की सुविधा ली होती तो शायद गाड़ी चोरी नही होती, वही अवैध रूप से पार्किंग की समस्या से आम लोगों को भी परेशान नही होना पड़ता।