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इमरान की गिरफ्तारी के बाद जनता से जंग में बैकफुट पर PAK सेना, श्रीलंका जैसा न हो जाए हाल

(शशि कोन्हेर) : पहले ही पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हालात बहुत ज्यादा खराब हैं। पाकिस्तान के इतिहास में संभवत: पहली बार हुआ होगा, जब जनता सेना के मुख्यालय में घुस गई हो। वहीं, प्रदर्शनकारी सेना के कोर कमांडर के घर में भी घुस गए हैं। इसके अलावा आईएसआई के मुख्यालय पर भी हमला बोला गया है।

जनता से जंग में पाकिस्तान आर्मी पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है। आलम यह है कि अब वह फायरिंग पर उतर आई है और गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ऐसे में आशंका उठने लगी है कि कहीं पाकिस्तान का हाल भी श्रीलंका जैसा न हो जाए। बता दें कि श्रीलंका में गुस्साए लोग राष्ट्रपति के आवास में घुस गए थे। कुछ ऐसी ही तस्वीरें आप पाकिस्तान से आ रही हैं।

इमरान मामले में चूक गई शाहबाज सरकार?
इमरान मामले को लेकर जिस तरह से पूरा पाकिस्तान सुलग उठा है, उसे देखकर लग रहा है कहीं शाहबाज सरकार चूक तो नहीं गई? हालांकि सरकार के मंत्री इमरान को दोषी बताते हुए उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी कर चुके हैं। लेकिन जिस तरह के देश के हालात देश में बन गए हैं, उसे देखकर लगता है कि शाहबाज सरकार इमरान मामले में चूक गई है।

संभवत: सरकार और सेना को इस बात का अंदाजा नहीं था कि इमरान की गिरफ्तारी पर आवाम इस कदर भड़क जाएगी। खान को गिरफ्तार किए जाने की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

कुछ भी ठीक नहीं
बीते कुछ वक्त में पाकिस्तान में कुछ भी ठीक नहीं है। आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान अलग-अलग देशों से मदद मांग रहा है। आईएमएफ के सामने भी लोन को लेकर उसकी रिक्वेस्ट पेंडिंग है। ताजा अपडेट यह है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान द्वारा शर्तें पूरी न करने की बात कही है। अभी इन हालात से उबरने के लिए पाकिस्तान कोई ठोस कदम उठाता, उससे पहले ही उसके सामने सियासी संकट खड़ा हो गया है। इमरान खान की गिरफ्तारी ऐसे वक्त में हुई है जब पाकिस्तान संभवत: अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।

आज यह हुआ था
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को अर्धसैनिक बलों ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। इससे एक दिन पहले ही खान ने देश की सेना पर कथित तौर पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पार्टी अध्यक्ष खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें  गिरफ्तार कर लिया।

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