‘पैसे होते तो और सीटें जीतते’, कर्नाटक में किंगमेकर बनने पर क्या बोले JDS नेता कुमारस्वामी
(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने का अनुमान लगाया गया है। वहीं भाजपा के दूसरे नंबर पर रहने का अनुमान है। वहीं जनता दल (सेक्युलर) का तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। ऐसे में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में JDS किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
एग्जिट पोल के नतीजों के बीच जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच. डी. कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिन 25 क्षेत्रों में पार्टी की जीत की संभावना थी, वहां वित्तीय संकट के कारण पार्टी को ‘झटका’ लग सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय समस्याओं के बावजूद उनकी पार्टी सीटें जीतने के मामले में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से आगे रहेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘किंग मेकर’ नहीं बल्कि ‘किंग’ बनेगी।
कुमारस्वामी ने कहा, “मुझे इस बात का दुख है कि मैं अपने कुछ उम्मीदवारों का वित्तीय समर्थन नहीं कर पाया। मुझे उम्मीद थी कि धन के मामले में मुझे जनता का समर्थन मिल सकता है, लेकिन मुझे एक हद तक झटका लगा है। चिक्कबल्लापुरा और डोड्डाबल्लापुरा जैसे कई निर्वाचन क्षेत्रों में जीतने योग्य उम्मीदवार हैं, मैं अंतिम चरण में उम्मीदवारों को आर्थिक रूप से समर्थन करने में विफल रहा हूं।”
कुमारस्वामी ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कि धन की कमी के कारण, लगभग 20-25 निर्वाचन क्षेत्रों में जहां उन्हें जीतने की उम्मीद है, वहां झटका लग सकता है। उन्होंने कहा, “कुछ निर्वाचन क्षेत्रों ने पार्टी फंड से अच्छी रकम ली है और कुछ जीतने योग्य सीटों के लिए मैं पर्याप्त कोष नहीं दे पाया हूं और इससे नुकसान हुआ है। मैं उम्मीद के मुताबिक उनका समर्थन नहीं कर पाया, क्योंकि पार्टी को उम्मीद के मुताबिक चंदा नहीं मिला।”
‘टीवी 9’ और ‘पोलस्ट्रेट’ की ओर से किए गए चुनाव बाद सर्वेक्षण में कहा गया है कि कांग्रेस को 99 से 109 सीटें मिल सकती हैं जबकि भाजपा को 88 से 98 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इस एग्जिट पोल में यह अनुमान भी लगाया गया है कि जद (एस) को 21 से 26 सीटें मिल सकती हैं। ‘एबीपी न्यूज’ और ‘सी वोटर’ के एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि कांग्रेस को 100 से 112 सीटें मिल सकती हैं तथा भाजपा को 83 से 95 और जद (एस) को 21 से 29 सीटें हासिल हो सकती हैं।