वसूली कांड में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर लगे सभी आरोप वापस, शिंदे सरकार का बड़ा फैसला
(शशि कोन्हेर) : पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर लगे सभी आरोप महाराष्ट्र सरकार ने वापस ले लिए हैं। उनके निलंबन के आदेश को भी खारिज कर दिया गया है। 2021 में उनके निलंबन का आदेश जारी हुआ था, लेकिन उसे अब वापस ले लिया गया है। यानी कि राज्य सरकार ने पूर्व पुलिस कमिश्नर को बड़ी राहत दी है।
जानकारी के लिए बता दें कि परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। 100 करोड़ का जो वसूली कांड हुआ था, उससे भी उनके तार जुड़े थे। उन्होंने ही महा विकास अघाड़ी सरकार के दौरान तब के गृह मंत्री अनिल देशमुख को लेकर विस्फोटक खुलासे किए थे। उनकी तरफ से तब के तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी भी लिख दी गई थी। उस चिट्ठी में दावा किया गया था कि अनिल देशमुख ने सभी बार और होटलों से 100 करोड़ तक की वसूली की थी। देशमुख के लिए ये काम बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे कर रहे थे। उन्हीं आरोपों की वजह से अनिल देशमुख को जेल भी जाना पड़ गया था।
परमबीर सिंह की बात करें तो उद्धव सरकार ने उन पर अनुशासनहीनता के भी कई आरोप लगाए थे। उसी वजह से उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया था। लेकिन पूर्व पुलिस कमिश्नर ने उस फैसले को अदालत में चुनौती दी थी जहां पर सुनवाई तो कई हो चुकी हैं, लेकिन मामला अभी भी विचाराधीन है। इस बीच शिंदे सरकार उनके निलंबन को ही वापस लेकर बड़ी राहत दे दी है। उसके ऊपर सभी आरोपों का वापस होना भी बड़ी राहत माना जा रहा है।
अभी तक महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले पर परमबीर सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन मामला क्योंकि सीधे 100 करोड़ की वसूली से जुड़ा हुआ है और इसमें अनिल देशमुख जैसे बड़े नेताओं का भी कनेक्शन है, ऐसे में इस फैसले पर आने वाले दिनों में सियासत तेज होती दिख सकती है।