कहां भागकर जाओगे बच्चू…मंडप से भागा दूल्हा…तो प्रेमिका ने 22 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा..थाने में हुए सात फेरे
(शशि कोन्हेर) : ढाई वर्ष से चले प्रेम संबंध के बाद यह शादी अनोखी थी। रविवार को शहर के एक मंदिर में मंडप सजा, फेरे लेने की तैयारी थी। अचानक दूल्हा अपनी मां को बुलाने की बात कहकर खिसक लिया। वह दो घंटे तक नहीं लौटा तो दुल्हन व स्वजन का माथा ठनका
फोन से बातचीत के आधार पर लोकेशन मिलते ही 22 किमी पीछा कर उसे भमोरा में रोक लिया। सड़क पर नोकझोंक, फिर रजामंदी हुई और थाना परिसर के शिव मंदिर में दोनों की शादी करा दी गई।
दूल्हा बना युवक बदायूं के बिसौली कस्बा का रहने वाला है। वह शहर में रहकर पढ़ाई के दौरान युवती से प्रेम संबंध हो गए थे। इसकी जानकारी युवती के स्वजन को हुई तो उन्होंने शादी के लिए हामी भर दी। रविवार को युवक को मंदिर में बुलाया। युवती के स्वजन ने पुलिस को बताया, युवक को पहले ही बता दिया था कि शादी करेंगे, इसलिए तैयारी कर ली। मंदिर आने के बाद वह भी मंडप में बैठ गया था।
मां को बुलाकर लाता हूं, यह कहकर बाहर आया था दूल्हा
पूजा शुरू होती, इससे पहले वह उठकर बाहर की ओर गया। कहने लगा कि मां को फोन कर बुला लेता हूं। फोन पर बात करते हुए वह खिसक गया। दो घंटे इंतजार के बाद फोन किया तो कहने लगा कि मां को बुलाने बिसौली जा रहा हूं। इतना सुनते ही चुपचाप कार से उसका पीछा शुरू कर दिया। दुल्हन बनी युवती उससे फोन पर लगातार बात कर रही थी, इसलिए लोकेशन मिलती गई।
”अभी जाने दें, बाद में शादी करेंगे”
इस आधार पर भमोरा बाजार में उसे बस से उतरवा लिया गया। उससे कहा कि झूठ बोलकर क्यों खिसके, यदि मां को घर से बुलाने जाना था तो पहले जाते। मंडप से उठकर क्यों आए? इन सवालों के जवाब के बजाय वह कहने लगा कि अभी बिसौली जाने दें, बाद में शादी करेंगे। इसको लेकर नोकझोंक होती रही।
काफी देर बाद वह तैयार हुआ तब भमोरा बाजार के पास थाना परिसर के शिव मंदिर में आनन-फानन शादी कराई गई। शाम को दुल्हन व दूल्हा बरेली लौट आए। दोनों की शादी सोमवार को भी भमोरा में चर्चा का कारण बनी रही।