समर कैम्प का रंगारंग समापन….बच्चों ने लगाई आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रदर्शन
बागबाहरा, स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यालय द्वारा 11 से 25 मई तक ग्रीष्मकाल में विशेष 15 दिवसीय समर कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें 115 शिक्षार्थियों ने भाग लिया जिसके लिए अलग अलग विधा के लिए 11 शिक्षकों की व्यवस्था की गई, इस कैम्प के समापन कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित अतिथियों ने मां सरस्वती, ओम एवं भारत माता के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में रविन्द्रनाथ पाणिग्रही, कार्यक्रम अध्यक्ष मनसुख लाल परमार एवं विशेष अतिथि अविनेश कोसे उपस्थित रहे।
उपस्थित अतिथियों का स्वागत मुख्य अतिथि का स्वागत प्राचार्य राजेन्द्र कुमार पांडेय, विशेष अतिथि का स्वागत कार्यालय प्रमुख कौशलचंद्र साहू एवं कार्यक्रम अध्यक्ष का स्वागत वरिष्ठ आचार्य चमन विश्वकर्मा ने किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में चित्रकला सीखने आए शिक्षक ने सभी दर्शकों के समक्ष शिवाजी का चित्र बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के प्राचार्य श्री पाण्डेय जी ने समर कैम्प का प्रस्तावित उद्बोधन हुआ। मुख्य अतिथि रविन्द्रनाथ पाणिग्रही ने अभिभावकों व बच्चों का मोटिवेशन क्लास भी लिया और कहा की इस विशेष शिविर के माध्यम से आप सब ने बहुत कुछ सीखा है। उसे जीवन में आगे बढ़ाना है। आगे जो कुछ भी पढ़ाई करना चाहते हैं, उसे हमेशा लक्ष्य बनाकर करें। बिना लक्ष्य के कोई भी मनुष्य सफलता प्राप्त नहीं कर सकता, इसलिए हमेशा अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े, आप सब ने बहुत अनुपयोगी चीजों से उपयोगी चीजें बनाई है। निश्चित रूप से आप लोगों में उत्साह है, साथ ही सभी अभिभावकों का भी धन्यवाद किया की उन्होंने अपने बच्चों को इस स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम में भेजा।
विशेष अतिथि श्री कोसे ने कहा इस विशेष कार्यशाला में सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के बच्चों के आलावा दूसरे स्कूल के बच्चे भी शामिल हैं। सभी बच्चों ने इसमें बहुत कुछ नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा के साथ कबाड़ से जुगाड़ के अन्तर्गत अनुपयोगी सामान से उपयोगी सामग्री को बनाकर अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया है। जीवन का आनंद संगीत में निहित है, अतः सप्त स्वरों को हमेशा ध्यान में रखें जिससे आपका जीवन संगीतमय हो। इसे दैनिक जीवन में उपयोग करें। निश्चित रूप से यह कार्यशाला आप लोगों के लिए अच्छी रही, और बच्चों से आग्रह किया कि वो इस कला का रोज अभ्यास करें तब ही आप इस कला में निपूर्ण होंगे।
शिक्षा समिति के व्यवस्थापक राहुल अग्रवाल ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि हमारा प्रयास बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है । कार्यशाला में आए बच्चों ने 15 दिन जो सीखा वह अपने दैनिक जीवन में भी उपयोग करें और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त अभिभावक माता-पिता एवं अन्य सभी का हृद्वय से आभार प्रकट करते हुए आशा व्यक्त किया भविष्य में भी इसी प्रकार से आप सभी का स्नेह और सहयोग प्राप्त होता रहे। श्री अग्रवाल ने अंत में उन्होंने बताया कि श्शिक्षा-मनुष्य में निहित गुणों का प्रकटीकरण हैाश् इस उद्देश्य को लेकर हमने समर कैम्प आयोजन किया। प्रसन्नता है कि हम अपने उद्देश्य में सफल हुए।
समर कैम्प आने वाले भैया/बहिन एवं अभिभावकों ने भी अपना अनुभव बताते हुए समर कैम्प की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए भविष्य में भी इस प्रकार का स्कील डेव्हलपमेंट एवं मोटिवेशनल प्रोग्राम करते रहने का आग्रह किया है। साथ ही बच्चों ने समर कैम्प में सीखे हुए हुनरों की एवं डांस की शानदार प्रस्तुति दी, जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की गई।
अंत में विद्यालय के प्राचार्य राजेन्द्र कुमार पांडेय ने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी अभिभावकों से अल्पाहार लेने का आग्रह करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की वरिष्ठ आचार्य श्रीमती नीलू साहू एवं नीलिमा ने किया। समापन कार्यक्रम में समिति के सभी पदाधिकारी एवं नगर के गणमान्य नागरिक, अभिभावक, आचार्य बंधु/भगिनी एवं अभिभावक बंधु/भगिनी उपस्थित रहे।