देश

कर्नाटक सरकार में विभागों का बंटवारा….सीएम के पास फाइनेंस और परमेश्वर को होम….जानिए शिवकुमार को क्या मिला

(शशि कोन्हेर) : कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कैबिनेट में पोर्टफोलियो का बंटवारा हो गया है। सिद्धारमैया के पास वित्त मंत्रालय रहेगा। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को मेजर एंड मीडियम सिंचाई और बेंगलुरु सिटी डेवलपमेंट विभाग मिला है। एचके पाटिल कानून और संसदीय मामलों के मंत्री बने हैं। इनके अलावा, दिनेश गुंडू राव के पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृष्ण बेयरे गौड़ा के पास राजस्व (मुजरई को छोड़कर) विभाग होगा।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और चित्तपुर के विधायक प्रियांक खरगे को ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग मिला है। के जे जॉर्ज के पास एनर्जी डिपार्टमेंट होगा। वहीं, के एच मुनियप्पा को फूड एंड सिविल सप्लाई और कंज्यूमर अफेयर्स का जिम्मा सौंपा गया है। रामालिंगा रेड्डी को ट्रांसपोर्ट विभाग मिला है। वहीं, एन चालुवरायस्वामी को कृषि मंत्रालय दिया गया है।



शनिवार को ही कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए इसमें 24 मंत्रियों को शामिल किया गया। राज्य में पार्टी के सत्ता में आने के एक सप्ताह बाद मंत्रिमंडल के सभी 34 मंत्री पदों को भर दिया गया है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने इन 24 मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन मंत्रियों में 23 विधायकों के अलावा एन एस बोसराजू शामिल हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर कांग्रेस आलाकमान ने सभी को हैरान कर दिया है। बोसराजू अभी विधानपरिषद या विधानसभा के सदस्य नहीं हैं।



एच के पाटिल, कृष्णा बायरेगौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, एच सी महादेवप्पा, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंडरे और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने शपथ ली। इनके अलावा के एन राजन्ना, शरणबसप्पा दर्शनपुर, शिवानंद पाटिल, रामप्पा बलप्पा तिम्मापुर, एस एस मल्लिकार्जुन, शिवराज संगप्पा तंगदागी, शरणप्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मंकल वैद्य, लक्ष्मी हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष लाड, एन एस बोसराजू, सुरेश बी एस, मधु बंगारप्पा, एम सी सुधाकर और बी नागेंद्र शपथ लेने वाले विधायकों में शामिल हैं। पूर्व में, सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे एवं चार बार विधायक चुने गए एम कृष्णप्पा को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।


कृष्णप्पा समेत जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, उनके समर्थकों ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नारेबाजी की। इस दौरान उनके हाथों में, अपने नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की मांग करने वाले पोस्टर थे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, लक्ष्मी हेब्बलकर, मधु बंगारप्पा, डी सुधाकर, चेलुवरायस्वामी, मंकल वैद्य और एम सी सुधाकर को शिवकुमार का करीबी माना जाता है। आधिकारिक बयान में कहा गया था कि मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने सीनियर और जूनियर विधायकों को उचित सम्मान देने के साथ-साथ जाति और क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखकर मंत्रिमंडल में संतुलन कायम किया है। सिद्धारमैया और शिवकुमार पिछले तीन दिन से राष्ट्रीय राजधानी में थे और उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार पर पार्टी नेतृत्व के साथ कई दौर की चर्चा की। के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला सहित शीर्ष केंद्रीय नेताओं के साथ सिद्धारमैया व शिवकुमार की घंटों चली बातचीत के बाद 24 मंत्रियों के नाम तय किए गए।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button