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गीता प्रेस ने बताया क्यों ठुकराई 1 करोड़ की धनराशि…..कांग्रेस से पूछा यह सवाल

(शशि कोन्हेर) : गीता प्रेस गोरखपुर को इस बार वर्ष 2021 के गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना गया. संस्कृति मंत्रालय ने इस चयन को लेकर कुछ दिनों पहले ही घोषणा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से गीता प्रेस गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में चुनने का फैसला किया गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘गीता प्रेस ने 100 साल में लोगों के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन को आगे बढ़ाने की दिशा में काफी सराहनीय काम किया है.’

बता दें कि गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित संस्था या व्यक्ति को एक करोड़ की राशि भी दी जाती है. गीता प्रेस अपनी परंपरा के मुताबिक, किसी भी सम्मान को स्वीकार नहीं करता है. हालांकि, बोर्ड मीटिंग में तय हुआ है कि परंपरा को तोड़ते हुए पुरस्कार स्वीकार किया जाएगा, लेकिन इसके साथ मिलने वाली धनराशि नहीं ली जाएगी.

इस पुरस्कार की घोषणा होने के बाद कांग्रेस ने इसका विरोध किया है. इसे लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार देना गोडसे और सावरकर को सम्मान देने जैसा है. इस पर बीजेपी ने पलटवार किया है. जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि गीता प्रेस गोरखपुर को साल 2021 का गांधी शांति पुरस्कार दिया गया है, जो इस साल अपना अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है. अक्षय मुकुल ने इस प्रेस को लेकर 2015 में एक बहुत ही बेहतरीन जीवनी लिखी है, जिसमें उन्होंने महात्मा के साथ इस प्रेस के संबंध, राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक एजेंडे पर चल रहे संघर्ष का जिक्र किया है. गीता प्रेस को पुरस्कार देने का फैसला वास्तव में एक उपहास है और सावरकर-गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है.

गांधी पुरस्कार पर चौतरफा राजनीतिक बयानों के तीर चले तो गीता प्रेस ने ये कहकर चौंका दिया कि गांधी पुरस्कार की धनराशि वो नहीं ले रहे हैं. गीता प्रेस के ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल ने बताया कि ये फैसला किसी दबाव में नहीं लिया गया बल्कि प्रेस की पंरपरा रही है.

वहीं व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए देवी दयाल ने कहा कि विरोध करने वाले ही बताएं कि वह क्यों विरोध कर रहे हैं? अगर सनातन का विरोध हिंदू ही करेगा तो फिर क्या कहेंगे?

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