मुसलमानों की शिकायत पर ऐक्शन….दिल्ली में मंदिर पर बवाल के पीछे यह है असली वजह?
(शशि कोन्हेर) : दिल्ली के मंडावली में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। यहां शनि मंदिर के बाहर रेलिंग लगाकर किए कब्जे को हटाने पहुंची टीम का जमकर विरोध हुआ। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ धक्का-मुक्की भी की गई। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने प्रशासन और दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भारी विरोध के बीच प्रशासन ने रेलिंग को तोड़ दिया। तनाव के बीच एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
दरअसल, मंडावली इलाके में एक पेड़ के नीचे शनि मंदिर है। इसके चारों ओर कुछ इलाके को रेलिंग से घेरा गया था। अवैध कब्जे की शिकायत दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग से की गई थी। जिसके बाद टीम पुलिस की मदद से रेलिंग हटाने पहुंची थी। मंदिर समिति और स्थानीय लोगों को पहले से इसकी जानकारी थी। लिहाजा टीम के पहुंचने से पहले बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हो गए थे।
प्रदर्शन में भाजपा के पार्षद रवि नेगी समेत कई कार्यकर्ता भी मौजूद थे। इन लोगों ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम तुष्टिकरण की वजह से दिल्ली सरकार ने ऐक्शन लिया है। एक दिन पहले ही मंदिर से जुड़े कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि तीन मुस्लिम युवकों ने पीडब्ल्यूडी को शिकायत दी थी। इसी के आधार पर मंदिर को तोड़ा जा रहा है। उनका कहना है कि पास में ही अवैध मस्जिद भी है, लेकिन उसके खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया जा रहा है। भाजपा के निगम पार्षद रवि नेगी ने कहा, ‘केजरीवाल का तुगलगी और तालिबानी चेहरा सामने आ गया। जिस तरह तालिबान में मंदिर तोड़े गए उसी तरह दिल्ली में भी मंदिर गिराया जा रहा है। दिल्ली सरकार के एसडीएम और डीएम ने नोटिस दिए, पीडबल्यूडी की शिकायत पर। कोर्ट के आदेश के बिना मंदिर का गेट तोड़ दिया गया। 10 कदम पर मोहल्ला क्लीनिक है यदि अवैध अतिक्रमण है तो उसे क्यों नहीं तोड़ा गया। 10 कदम पर मस्जिद है, जिसका चौथा मंजिल अवैध है, उसे क्यों नहीं तोड़ा गया।’
आम आदमी पार्टी ने मंदिर की रेलिंग तोड़े जाने के लिए एलजी वीके सक्सेना को जिम्मेदार बता दिया है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए आप नेता और मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि एलजी के आदेश पर मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा है कि एलजी ने 10 और मंदिरों को तोड़ने का आदेश दिया है। वह खुद को शहंशाह समझने लगे हैं।
पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने कहा, ‘हमें PWD से सूचना मिली कि मंदिर के चारों तरफ लगी ग्रिल फूटपाथ का अतिक्रमण कर लगाई गई है। इसे हटाने के लिए हमसे सहायता मांगी गई, हमने सहायता दी है। ग्रिल को हटा दिया गया है। कानून व्यवस्था सामान्य है। ट्रैफिक में कोई बाधा नहीं है।’