टाइटैनिक देखने गए सभी यात्रियों की मौत? जहाज के पास दिखा मलबा
(शशि कोन्हेर) : लापता पनडुब्बी की तलाश कर रहे अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने कहा है कि उन्हें डूबे हुए जहाज टाइटैनिक के पास कुछ मलबा मिला है। तटरक्षक बलों के अनुसार लापता पनडुब्बी को ढूंढने के दौरान टाइटैनिक के पास मलबा मिला है जिसे निकालने की कोशिश जारी है। ‘टाइटन’ नाम की इस पनडुब्बी में पांच लोग सवार हैं।
इस बात की आशंका जताई जा रही है कि इसमें सवार सभी 5 लोगों की मौत हो चुकी है। अटलांटिक महासागर में अप्रैल 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गई पनडुब्बी को लापता हुए 96 घंटों से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। ऐसे में पनडुब्बी में उपलब्ध इतने ही घंटे की ऑक्सीजन भी खत्म चुकी है।
बचावकर्ताओं ने गुरुवार को कहा कि टाइटैनिक के मलबे के पास एक लापता पनडुब्बी की खोज कर रहे रोबोट द्वारा एक “मलबा क्षेत्र” की खोज की गई है। यूएस कोस्ट गार्ड ने एक ट्वीट में कहा, “यूनिफाइड कमांड के विशेषज्ञ जानकारी का मूल्यांकन कर रहे हैं।” रविवार सुबह छह बजे उत्तर अटलांटिक में अपनी यात्रा पर पनडुब्बी के रवाना होते समय चालक दल के पास केवल चार दिन के लिए ही ऑक्सीजन थी।
अमेरिकी तटरक्षक और पनडुब्बी की यात्रा से संबद्ध कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर ऑक्सीजन खत्म होने की समय सीमा (भाारतीय समयानुसार) अपराह्न साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच थी।
विशेषज्ञों ने कहा है कि यह एक अनुमान है और यदि पनडुब्बी में सवार लोग ऑक्सीजन संरक्षित करने के उपाय करते हैं तो यह समय सीमा बढ़ सकती है। और यह भी मालूम नहीं है कि रविवार सुबह पनडुब्बी के लापता हो जाने के बाद से वे जीवित भी हैं, या नहीं। बचावकर्मियों ने पनडुब्बी के लापता होने के स्थान पर और भी पोत भेजे हैं।
अमेरिकी तटरक्षक ने बृहस्पतिवार को कहा कि एक कनाडाई जहाज द्वारा भेजा गया एक रोबोट समुद्र के तल पर पहुंच गया है और उसने पनडुब्बी की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों को उम्मीद है कि समुद्र के नीचे से आ रही ध्वनि तरंगें उन्हें पनडुब्बी तक पहुंचाने में मदद कर सकती हैं। यात्रा का नेतृत्व कर रहे ओसनगेट एक्सपेडिशंस 2021 से समुद्री यात्राओं के जरिए समुद्र के अंदर टाइटैनिक के आसपास के वातावरण का अध्ययन कर रहा है।
ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे में मरीन जियोफिजिस्ट डॉ रोब लार्टर ने पनडुब्बी को ढूंढने में परेशानी पेश आने का जिक्र किया, जो करीब 22 फुट लंबा और नौ फुट ऊंचा है। उन्होंने कहा, ”आप पूरी तरह से अंधेरे में तीर चला रहे हैं। जब तक आपको उस स्थान के बारे में थोड़ी भी जानकारी नहीं मिल जा जाती है यह काम बहुत ही मुश्किल है।”
तटरक्षक के ‘इंटरनेशनल आइस पैट्रोल’ में मुख्य वैज्ञानिक रह चुके समुद्र विज्ञानी डोनाल्ड मर्फी ने कहा कि उत्तर अटलांटिक महासागर का वह क्षेत्र, जहां टाइटन रविवार को लापता हो गया, धुंध और (समुद्री) तूफान संभावित वाला है। इससे तलाश एवं बचाव अभियान चलाना अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है।