भारतीय जैन संघटना बिलासपुर का नि:शुल्क दिव्यांग सेवा शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का 25 को शुभारंभ
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर परहित सरिस धर्म नहीं भाई अर्थात परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं है, इसी भावना को आत्मसात करते हुए सकल जैन समाज बिलासपुर एवं श्री गुजराती समाज बिलासपुर के सहयोग से भारतीय जैन संघठना बिलासपुर द्वारा 25 जून से 30 जून तक निःशुल्क दिव्यांग सेवा शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन श्री गुजराती समाज भवन, टिकरापारा बिलासपुर में किया जा रहा है।
इस शिविर में भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के विशेषज्ञो एवं चिकित्सकों द्वारा शिविर में पंजीकृत मरीजों की जांच के उपरान्त कृत्रिम अंग एवं पोलियो ग्रस्त मरीजों के लिए कैलीपर्स का निर्माण शिविर में ही किया जाएगा। इसके साथ ही जरूरतमंदों को बैसाखियां, व्हील चेयर एवं श्रवण यंत्र का निःशुल्क वितरण भी किया जाएगा। इस दिव्यांग सेवा शिविर के साथ-साथ प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है।
दिव्यांग सेवा शिविर का शुभारम्भ 25 जून 2023 (रविवार) को प्रातः 10:00 बजे न्यायमूर्ति गौतम चौरड़िया जी अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग रायपुर, छत्तीसगढ़ के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा।
इस साप्ताहिक शिविर में बाल्को मेडिकल सेंटर रायपुर के सहयोग से कैंसर जांच एवं परामर्श शिविर, अरविंदो नेत्रालय रायपुर के सहयोग से नेत्र परीक्षण शिविर, श्री मंगला हॉस्पिटल बिलासपुर के सहयोग से जनरल एंड लेप्रोस्कोपिक परामर्श, हड्डी रोग जांच, स्त्री रोग पर परामर्श, मैक्सीलो फैसियल सर्जन द्वारा परामर्श एवं फिजियोथैरेपिस्ट अपनी सेवाएं देंगे, साथ ही होम्योपैथी, आयुर्वेद एवं योगा पर विशेषज्ञ परामर्श हेतु उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही आशा स्पीच एन्ड हियरिंग क्लिनिक से डॉ. गुंजन अग्रवाल इस शिविर के दौरान प्रतिदिन सलाह एवं जांच के लिए उपलब्ध रहेंगी।
इस दिव्यांग सेवा शिविर एवं मेडिकल कैंप में छत्तीसगढ़ के विभिन्न अंचलों के साथ साथ छत्तीसगढ़ से बाहर के भी लगभग 500 मरीजों ने अपना पंजीयन करवा लिया है।
गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल द्वारा विश्वविद्यालय में प्रारम्भ की गई अनूठी योजना जीजीवी श्रवण लाइन के स्वयंसेवक भी इस पूरे शिविर के दौरान अपनी सेवाएं देंगे। जीजीवी श्रवण लाइन की प्रभारी डॉ अर्चना यादव एवं उनकी टीम का सहयोग पूरी तरह से प्राप्त हो रहा है ।
अगर हमारे आसपास कोई दिव्यांग है तो उनके जीवन को थोड़ा आसान बनाकर उनके एवं उनके परिवारजनों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए भारतीय जैन संघठना दृढ़ संकल्पित है।