NCP में अचानक तेज हुई हलचल, अजित पवार ने बुलाई बड़ी बैठक…..हो सकता है बड़ा फैसला
(शशि कोन्हेर) : महाराष्ट्र की राजनीति फिर से गरमाने वाली है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार को रष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक एनसीपी प्रदेश (महाराष्ट्र) अध्यक्ष का पद नहीं मिलने पर उनकी नाखुशी की अफवाहों के बीच हुई है। यह पहले छह जुलाई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में होने वाली थी, जो इस समय पुणे में हैं। इसके बाद राज्य में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की चर्चा शुरू हो गई है। एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सांसद सुप्रिया सुले देवगिरी बंगले पर पहुंच चुके हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने परोक्ष रूप से नया प्रदेश अध्यक्ष बनने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वह विपक्ष के नेता का पद नहीं बल्कि संगठनात्मक जिम्मेदारी चाहते हैं। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई। एनसीपी विधायक, जिला अध्यक्ष देवगिरी में प्रवेश कर चुके हैं। एनसीपी के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल और हसन मुश्रीफ भी अजित पवार के देवगिरी बंगले पर पहुंचे हैं। सांसद अमोल कोल्हे भी वहां पहुंचे हैं।
वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अपना पांच साल दो महीने का कार्यकाल पूरा कर लिया है। पार्टी के संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति तीन साल से ज्यादा किसी पद पर नहीं रह सकता है। इसीलिए एनसीपी में प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा शुरू हो गई है। सवाल सिर्फ ये है कि अगर अजित पवार को प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलता है तो विपक्ष के नेता और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के पद का क्या होगा?
एक तरफ अजित पवार ने परोक्ष रूप से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी की मांग की है तो दूसरी तरफ ओबीसी नेता छगन भुजबल ने मांग की है कि अगर विपक्ष के नेता का पद मराठा समुदाय के पास है तो प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी ओबीसी नेता को दी जानी चाहिए। फिलहाल पार्टी के अंदरुनी चुनाव चल रहे हैं और संभावना है कि उसके बाद ही क्षेत्रीय अध्यक्ष का फैसला होगा। अगस्त महीने में एनसीपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना है। इस संबंध में निर्णय लेने के लिए आज पार्टी के भीतर वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक आयोजित की गई है।