सावन के प्रथम दिन शिवालयों में गूंजा हर हर महादेव
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+(सरगुजा) – सावन महिने के आरंभ होते ही शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। सावन के प्रथम दिन मंगलवार को शिव भक्तों ने मंदिर पहुंच भगवान शिव शंकर के पूजा अर्चना किये। शिवालय हरहर महादेव के उद्घोष से गुंजायमान रहा। नगर लखनपुर के प्राचीन स्वयं भू शिव मंदिर, रेणुका नदी के तट पर स्थित ऋषि जमदग्नि के तपोभूमि देवगढ़ धाम अर्धनारीश्वर शिवमन्दिर, महेशपुर धाम, ग्राम जूनाडीह कुंवरपुर महादेव मंदिर तथा आसपास के सभी शिवालयों में महिला पुरुष शिवभक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक दुग्धाभिषेक किया साथ ही बेलपत्र, धतुर, मंदार इत्यादि अर्पित कर विधिवत पूजा अर्चना किये।सबेरे से शिव मंदिरो पूजा अनुष्ठान चलता रहा।
प्रत्येक वर्ष की भांति नगर के प्राचीन शिव मंदिर में रामायण मास परायण पाठ का शुभारंभ भजन मंडली सदस्यो द्वारा किया गया। बता दें कि प्रत्येक वर्ष सावन महिने के अंतिम दिन अर्थात एक महीने 30 दिनों तक रामायण मास परायण पढ़ कर मंडली सदस्यो द्वारा भगवान शिव शंकर को पढ़कर सुनाया जाता है । तुलसी कृत रामायण में 30 मास परायण वर्णित है। भजन मंडली सदस्यो द्वारा प्रति दिन सांयकाल एक मास परायण पढ़ा जाता है। इस रामायण मास परायण पठन पाठन में नगर के श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। फिलहाल शिवमन्दिरो में शिवभक्तों ने श्रद्धा भक्ति के साथ पूजा अर्चना किये। भगवान शंकर के पूजा अनुष्ठान किये जाने का यह सिलसिला पूरे महिने जारी रहेगा। पंचांग की मानें तो इस साल दो सावन महीने होने से शिव भक्तों को भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना करने का लम्बा अवसर मिलेगा। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि बीच का एक माह मलमास यानी अशुद्ध होने कारण से शिव भक्त मल मास में भगवान शंकर के पूजा अर्चना नहीं कर सकेंगे।
महिने के प्रथम पक्ष और दूसरे सावन माह के अंतिम पक्ष ही शुद्ध होने से फलदायी एवं पूजा योग्य मानी जायेगी और नाग पंचमी,रक्षा बंधन का पर्व भी शुद्ध सावन शुक्ल पक्ष में मनाया जायेगा।