अम्बिकापुर

यह तो मीनार के बुनियाद पर निर्भर करता है कि भवन कितना मजबूत है – सिहदेव

(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+(सरगुजा) – किसी भी मीनार की मजबूती उसके नींव पर निर्भर करता है बच्चे ईश्वर के रूप होते हैं इनके सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षकों को पूरे लगन से कार्य करना है। प्रवेशोत्सव बच्चों के नये सत्रारंभ के नजरिए से फकत उत्साहवर्धन करने का आयोजन है। ताकि नये शिक्षा सत्र में छात्र छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओ को अध्ययन अध्यापन कार्य में उर्जा मिल सके। जो निरंतर पूरे शिक्षा सत्र में बरकरार रहे। ताकि पढ़ने वाले विद्यार्थीयों के जड़ मजबूत हो, वह अपनी आगे की पढ़ाई सरलता से कर सके तथा भविष्य खुद गढ़ सके। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उपमुख्यमंत्री टी0 एस0 सिंह देव की तारीफ करते हुए कहा- प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने सुधार लाने हर संभव प्रयास कर रही है। ताकि पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा सुविधा मिल सके। आत्मानंद इंग्लिश मीडियम विद्यालय का जिक्र करते हुए कहा एक जमाना था जब इंग्लिश पढ़ाई के लिए ऊंचे कक्षाओं में जाना पड़ता था। दरअसल स्कूली बच्चों को शुरुआती दौर में अंग्रेजी नहीं पढ़ाया जाता था । समय बदला है आज शिक्षा स्तर को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में आत्मानंद इंग्लिश मीडियम विद्यालय खोल दिया गया है जिससे स्कूली छात्र छात्राओं को आरंभ से इंग्लिश पढ़ाई करने का अवसर मिल रहा है । तथा अंग्रेजी पढ़ने में सहुलियत हो रही है। यकीनन प्रदेश सरकार की सराहनीय कदम है। बच्चों की पढ़ाई कराने शिक्षकों की लगन प्रयास प्रशंसनीय है।


उपरोक्त बातें शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि जंप उपाध्यक्ष एवं शिक्षा स्थाई समिति के ब्लाक अध्यक्ष अमीत सिंह देव ने ग्राम गुमगराकला सामुदायिक भवन में उपस्थित नवप्रवेशी छात्र छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओ जिला से आये शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छाया चित्र में धूप दीप प्रज्वलित कर किया गया।
ग्राम पंचायत गुमगराखुर्द एवं गुमगराकला दोनों संकुल के शाला परिवार ने अतिथियों का स्वागत फूलमालाओं से किया।
इस मौके पर मचासीन अतिथियो ने नवप्रवेशी स्कूली बच्चों के माथे पर तिलक लगा मिठाई खिलाकर पुस्तक गणवेश देकर प्रवेश दिलाया। तथा आगे की पढ़ाई करने शुभकामनाएं दी।
सम्बोधन के कड़ी में ब्लाक युवा कांग्रेस अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह देव ने कहा — काश! बचपन में हमें भी शासन के योजनाओं का लाभ मिला होता । आज शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने प्रदेश सरकार स्कूल भवन, छात्र वृत्ति, गणवेश, सायकल, किताब पुस्तकें छात्रावास ,आश्रम निशुल्क शिक्षा देने के संसाधन मुहैया करा रही है। जिसका लाभ प्रत्येक्ष रूप से पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को मिल रहा है। और आगे भी मिलता रहेगा।
जिला मिशन समन्वयक रविशंकर तिवारी (डीएमसी) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए – बदहाल शाला भवनो के सुधार एवं मरम्मत में शासन द्वारा काफी समय पश्चात देरी से ध्यान दिये जाने की बात कही गई लेकिन 90 फिसदी शाला भवनो के मरम्मत कार्य पूरा हो चुकने की जानकारी दी गई । साथ ही उन्होंने बच्चों को शतप्रतिशत गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सके कहा । छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए शासन के बनाये सीमा से आगे जाकर कुछ करना पड़ेगा तो वह कोशिश भी जारी रहेगी।
शिक्षा सम्बन्धी दूसरे पहलुओं पर भी विचार साझा करते हुए योजनाओं की जानकारी देते हुए समय समय पर जनप्रतिनिधियों के सुझाव मिलते रहने की भी स्वीकारोक्ति दी। प्राचार्य श्याम लाल महंत ने कार्यक्रम में शरीक अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा शाला प्रवेशोत्सव का मतलब सही मायनों में 6-14 वर्ष तक के बच्चों के शिक्षा का विकास हो। प्राचार्य ने हाई स्कूल भवन छत में सिपेज के कारण हो रहे परेशानी तथा विषयवार 5 शिक्षकों की कमी से जनप्रतिनिधियों विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया।


इस मौके पर सत्येंद्र राय, मुन्ना पांडे, सरपंच लोकनाथ ऊर्रे, ज्ञान प्रसाद यादव, कपूर साहू, भानु राजवाड़े, रमेश साहू, भागीरथी कुमार अजय, रामजतन यादव, शिक्षिका प्रमिला पैकरा, विजयलक्ष्मी भगत, शिव व्रत पावले (एचएम), लीला देवी, शशि कला पोर्ते सत्यवती पैकरा ,आरती सिंह ,करुणेश श्रीवास्तव (एपीसी) दिनेश शर्मा (एपीसी) दोनों संकुल के शिक्षक शिक्षिका छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में भागीरथी कुमार अजय तथा रामजतन यादव को मुख्य अतिथियों के कर कमलों से योगा के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.

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