छत्तीसगढ़

अपने मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन पर रहे  शासकीय कर्मचारी

(मुन्ना पांडेय) : लखनपुर+ (सरगुजा) : छत्तीसगढ़ संयुक्त अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले छत्तीसगढ़ राज्य   कर्मचारीयों/अधिकारीयों   के पांच सूत्रीय मांगों के संदर्भ में सभी विभागों के शासकीय अधिकारी कर्मचारी 7 जुलाई  दिन शुक्रवार को एकदिवसीय आंदोलन पर रहे । दरअसल प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा समय-समय पर ज्ञापन धरना प्रदर्शन वह आंदोलन के द्वारा 5 सूत्री मांगों के लिए ध्यानाकर्षण कराया जाता रहा है व लेकिन शासन द्वारा मांग के संदर्भ में कोई संज्ञान नहीं लेने कारण अधिकारी कर्मचारी संघ आक्रोशित हैं ।

आज लखनपुर तहसील परिसर में आवाज बुलंद करते हुए सहायक शिक्षक, समग्र शिक्षक संघ  ने अपने पांच मांगों का समर्थन करते हुए पिगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग किए। और गृह भाड़ा भत्ता को पुनरीक्षित करने की मांग किया ।

अपने अपने 5 सूत्रीय मांगों का जिक्र करते हुए चार स्तरीय वेतनमान प्रदान करनेव अनियमित संविदा दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को नियमित करने की मांग किया। पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने हेतु नियुक्ति तिथि से सेवा गणना किये जाने और पूर्ण पेंशन का लाभ 33 वर्ष की जगह 25 वर्ष  किये जाने की मांग रखी।

लिहाज़ा सभी मांगों का ध्यानाकर्षण कराते हुए  जी के कर्मचारियों एवं  पेंशनरों को केन्द्र के समान  देय तिथि से  मंहगाई भत्ता  स्वीकृत करने की  पुरजोर अपील की है। आंदोलनरत कर्मचारियों ने बताया  कि  यदि  हमारी मांग  30 जुलाई तक पूरी नहीं होती है तो हम
समस्त कर्मचारी   1 अगस्त 2023 से  अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे।

इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन की होगी ।
अब देखने वाली बात होगी कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार इन कर्मचारियों के मांगों को पूरा करती है या नहीं  या फिर हड़ताल पर हड़ताल होते रहेंगे और छत्तीसगढ़ के आमजनता को  परेशानियों का सामना करना पड़ता रहेगा।  इस बीच सैकड़ों कर्मचारी भरी बरसात की स्थिति में भी धरना स्थल पर डटे रहे।

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