कर्ज से परेशान परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर पिलाया, फिर एक ही फंदे पर झूले
(शशि कोन्हेर) : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कर्ज से परेशान होकर एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। घटना बुधवार देर रात की है। घटना रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ में हरिहर नगर स्थित शिव विहार कॉलोनी की है। युवा दंपति ने अपने दो मासूम बच्चों को कोल्ड ड्रिंक में सल्फास मिलाकर पिलाई। इसके बाद दोनों एक ही फंदे पर झूल गए। सूचना मिलने पर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मृतक के पास चार पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने ऑनलाइन लिए गए कर्ज से परेशान होने, रिकवरी वालों के ब्लैकमेल करने का जिक्र है। सुसाइड नोट में पोस्टमॉर्टम न कराने, सामूहिक अंतिम संस्कार करने और परिजनों को कर्ज के लिए परेशान नहीं करने की बात लिखी गई है।
रातीबड़ थाना पुलिस के अनुसार 35 वर्षीय भूपेंद्र विश्वकर्मा मूलत: रीवा के रहने वाले था। वह शिव विहार कॉलोनी में 29 वर्षीय पत्नी ऋतु विश्वकर्मा और ऋतुराज (आठ वर्ष) और ऋषिराज (तीन वर्ष) के साथ रहता था। दोनों बच्चों को परिजन ऋषु और किशु नाम से पुकारते थे। भूपेंद्र प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ माह पहले उसने ऑनलाइन लोन एप से लोन लिया था। आर्थिक तंगी के चलते लोन की किश्तें समय पर नहीं चुका पाने के कारण लोन बढ़ता चला गया।
इसके बाद लोन की रिकवरी करने वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया। उसी कंपनी के अधिकारियों ने दोबारा लोन लेने का ऑफर दिया। भूपेंद्र विश्वकर्मा ने दोबारा लोन लिया और पुराना लोन चुकता कर दिया। इसके बाद नए लोन की बढ़ी हुए किश्तें देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। जुलाई की किश्त समय पर जमा नहीं करने पर सोशल मीडिया के डीपी में लगी फोटो को निकालकर अश्लील बनाकर ब्लैकमेल करने के साथ ही बदनाम किया जाने लगा। भूपेंद्र जहां काम करता था, उसके बॉस, रिश्तेदार और अन्य परिजनों को भी डिटेल भेजने लगे।
मैं लोगों का क्या मुंह दिखाऊं
चार पेज के सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने लोन देने वाली कंपनी के अधिकारियों और रिकवरी करने वालों की ओर से समय-समय पर की जाने वाली प्रताडऩा का पूरा जिक्र किया है। उसने लिखा है कि वह जिस तरह से मेरे परिवार को बदनाम कर रहे हैं, ऐसे में मेरी बेटी की शादी कैसे होगी? मैं अपने घर वालों, माता-पिता, भाई-भाभी, अन्य परिजन, ससुराल वालों के साथ रिश्तेदारों और परिचितों से कैसे मिलूं, क्या मुंह दिखाऊं। मैं अब समाज में रहने लायक नहीं बच पा रहा हूं, इस कारण आत्महत्या कर रहा हूं।
छोटे परिवार को तकलीफ में नहीं छोड़ सकता, इसलिए साथ ले जा रहा हूं
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपने छोटे परिवार ऋषु व किशु को यहां किसी तकलीफ में नहीं छोड़ सकता। इसलिए मैं अपने बच्चों को भी साथ लेकर जा रहा हूं। एक बार फिर मैं सभी लोगों से माफी मांगता हूं।
पत्नी कहती थी, गलत तो नहीं कर रहे…
भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र किया है कि उसने आर्थिक तंगी के चलते ऑनलाइन कर्ज लिया। ऑनलाइन काम को लेकर वह इस दलदल में फंसा। सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र भूपेंद्र ने किया है कि जब वह ऑनलाइन जॉब के दौरान इस दलदल में फंसा, तो मेरी पत्नी पूछती थी कि कोई गलत काम तो नहीं कर रहे हो। मैं कहता था कि नहीं, कोई गलत काम नहीं कर रहा हूं। पुलिस सुसाइड नोट के इन बिंदुओं को बहुत गंभीरता से ले रही है। अधिकारियों को इस बात से यह भी आशंका हो गई कि कहीं भूपेंद्र ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में तो नहीं पड़ा था। उसी की वजह से पैसे हारता गया हो। फिर ऑनलाइन लोन लेना पड़ा हो। हालांकि, अधिकारी अभी इस संबंध में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
सुसाइड से पहले ग्रुप फोटो
परिवार ने सुसाइड करने से पहले ग्रुप फोटो भी लिया था। आत्महत्या करने से पहले रिश्वतेदारों और परिजनों को व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया ग्रुप्स पर सुसाइड नोट भेजा था। भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में परिवार से माफी मांगते हुए लिखा है कि हमारी आखिरी इच्छा है कि सामूहिक दाह संस्कार करें। हमारा कोई पोस्टमॉर्टम न किया जाए। ताकि हम चारों साथ में रहें।
कमलनाथ ने जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक परिवार के चार सदस्यों की आत्महत्या पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि भोपाल में एक दंपति द्वारा आत्महत्या और आत्महत्या से पहले अपने दो बच्चों को जहर देने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवार कर्ज के दलदल में फंसा हुआ था। कर्ज का बोझ पूरे मध्यप्रदेश के लिए जानलेवा संकट बनता जा रहा है। मैं ईश्वर से सभी दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। ईश्वर परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। ओम शांति।