बारिश की बेरुखी ने किसानों के पेशानी पे खींच दी चिंता की लकीर –कृषि कार्य प्रभावित
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+ (सरगुजा) – अल्प वृष्टि से जहां कृषि कार्य काफी हद तक प्रभावित हो रही है वहीं किसानों के पेशानी पर चिंता की लकीर खिंच गई है। बांध नहर एरिया को छोड़कर आसमानी बारिश के भरोसे वाले भूखंड पानी नहीं बरसने कारण सावन महिने में भी प्यासे हैं । खेतों में धान थरहा लहलहाने लगे हैं इन तैयार धान थरहा की रोपाई जरूरी है। चिंता ग्रस्त किसान किसी तरह नदी तालाब कुआं तथा अन्य जल स्त्रोतों से पानी का जुगाड कर किसी तरह पंपों के जरिए सिंचाई कर खेतों में रोपाई काम कर रहे हैं।
यदि समय पर भरपूर बारिश हुई होती तो 60 से 70 फिसदी कृषि कार्य मुकम्मल हो चुकी होती। बारिश के बेरूखी ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। खंड वृष्टि होने से कहीं कहीं थोडे बहुत बारिश के पानी को संग्रहित कर किसान रोपाई , तथा अंकुरित धान की बोआई अर्थात चोपी बोआई कर रहे हैं।जिस गति से खेती कार्य होने चाहिए नहीं हो पा रही है। बिडमबना है कि सरगुजा मध्यम सिंचाई परियोजना में कुंवरपुर जलाशय मशहूर रहा है बलेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य होने कारण बांध का पानी खेतों तक ले जाने में लेट लतीफी होने स इस सीजन में लखनपुर कुंवरपुर सहित नहर एरिया वाले तमाम हजारों हेक्टेयर भूमि सूखे प्यासे रहे। रोपाई बोआई का कार्य जलाभाव के कारण काफी पिछड़ गया है। लिहाज़ा किसान किसी तरह अपने खेती कार्य को अंजाम दे रहे हैं। जहां जलाशय की साधन नहीं है वहां आसमां से बरसने वाले थोड़े बहुत पानी तथा जलस्त्रोतों से काम निकाला जा रहा है।
किसानों को बारिश नहीं होने तथा सूखा पड़ने का भय सताने लगा है। कृषि कार्य काफी लेट हो जाने के बाद भी क्षेत्र के किसानों ने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा है। इस आस में है कि जब दूसरे सूबों में आसमान जम कर बरस रहे है तो निश्चित रूप से अपने एरिया में भी बारिश होगी।