गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़

पूर्व विधायक ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र कहा जिला कार्यालय को मध्य क्षेत्र में बनाया जाए, सभी को हो सहूलियत

(उजव्वल तिवारी) : पेंड्रा। पेंड्रा गौरेला मरवाही का जिला मुख्यालय के स्थापना मध्य क्षेत्र में करने की मांग लगातार की जा रही है। ताकि तीनों विकासखंड के लोगों को इसका लाभ मिल सके। इसी तरह जिले के मरवाही विधानसभा के पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है जिसमें  पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी ने मांग करते हुए कहा है ।

कि जिस तरह से आपके द्वारा 10 फरवरी 2020 को नए जिले के रूप में जिले वासियों को सौगात दी थी। आपके साहसिक लोकहित कार्य के लिए क्षेत्र वासियों शारदा पूर्वक आभार व्यक्त करता है। परंतु जिस तरह से नवगठित जिला का भौगोलिक क्षेत्रफल स्थित है जिसमें तीनों विकासखंड पेंड्रा गौरेला मरवाही जिले में चार तहसील एवं दो अनुभाग के समानांतर मध्य दूरी पर जिला मुख्यालय की स्थापना किया जावे। जिसके लिए उपयुक्त एवं पर्याप्त शासकीय भूमि ग्राम कोदवाही दुबटीया पर में रिक्त है।

यहां जिला मुख्यालय की स्थापना की जाने से जिले वासियों को समांतर दूरी व प्रशासनिक सुविधाओं का लाभ क्षेत्रवासियों को मिल सकेगा। वही विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रशासन के द्वारा क्षेत्र के गौरवशाली ऐतिहासिक स्थल सैनिटोरियम परिसर को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए आरक्षित है। जहां उक्त स्थल पर जिला मुख्यालय कम अपोजिट भवन बनाने के लिए हरे भरे विशालकाय पेड़ों को कटवाया जा रहा है।

जो यह नैसर्गिक वातावरण को प्रदूषित करेगी। वही जिसमें जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। वहीं जिला प्रशासन को धरना आंदोलन के लिए ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है। वही पहलवान सिंह मरावी ने मुख्यमंत्री को मांग रखते हुए आग्रह किया है कि जनप्रतिनिधियों वाह क्षेत्रवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए जिला मुख्यालय मध्य क्षेत्र में स्थापित करने की कृपा करें। ताकि जिले के लोगों को मध्य क्षेत्र में होने से सहूलियत हो सके।

1. गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर शासकीय गुरुकुल विद्यालय पेंड्रा रोड की जगह रिक्त सेनेटोरियम हॉस्पिटल भवन को निर्वाचन स्ट्रांग रूम बनाए जाने की भी की मांग।

वहीं इसके साथ ही मरवाही विधानसभा के पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से मांग करते हुए कहा है कि गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर शासकीय गुरुकुल विद्यालय पेंड्रा रोड की जगह रिक्त सेनेटोरियम हॉस्पिटल भवन को निर्वाचन स्ट्रांग रूम बनाया जाना चाहिए। वैसे भी आदिवासी वनांचल क्षेत्र में शिक्षा के लिए अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से सन 1979 से 1980 में गुरुकुल विद्यालय की स्थापना की गई थी जिससे कि यहां के गरीब आदिवासी सामान्य व अन्य वर्गों के लिए आवासीय विद्यालय खेल परिसर समुचित शिक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्थापना किया गया था जो शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल कायम सिद्ध हुआ।

परंतु आज वर्तमान जिला प्रशासन के द्वारा उक्त भवन को अधिग्रहण कर निर्वाचन 2023 के लिए स्ट्रांग रूम बनाए जाने की पायल की जा रही है। और वहां के बच्चों को अन्यत्र भेजा जा रहा है जिससे शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होगी जिस कारण स्थानीय प्रतिनिधि व क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। जिसे लेकर पहलवान सिंह मरावी ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर शासकीय विद्यालय गुरुकुल की जगह स्वास्थ्य भवन केंद्र को रिक्त भवन में स्ट्रांग रूम बनाया जाना चाहिए। जोकि न्यायोचित होगा।

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