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भाजपा को 6.41 तो कांग्रेस को सवा घंटे….जानें- अविश्वास प्रस्ताव पर कौन सी पार्टी के नेता को बोलने का कितना मौका?

(शशि कोन्हेर) : लोकसभा में फिर एक बार 5 साल बाद अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष द्वारा लाया गया है। चर्चा के दौरान कांग्रेस को सवा घंटे बोलने का वक्त दिया जाएगा। चूंकि सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, इस लिहाज से सबसे ज्यादा वक्त सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को दिया जाएगा। सदन में मौजूद पार्टियों की बात करें तो वाईएसआर कांग्रेस, शिवसेना, जेडीयू, बीजेडी, बीएसपी और बीआरएस जैसी पार्टी को दो घंटे अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने का वक्त मिलेगा। वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर अन्य पार्टियों को एक घंटा 10 मिनट बोलने का वक्त मिलेगा।

अविश्वास प्रस्ताव के भाषण के दौरान सदन में मंगलवार को हंगामे बढ़ने के आसार हैं। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सबसे पहले अपना पक्ष रखा। अब इन तीन दिनों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम दिन जवाब दे सकते हैं। राहुल गांधी भी सदन में मौजूद हैं।

संविधान के अनुच्छेद-75 के मुताबिक, सरकार यानी प्रधानमंत्री और उनका मंत्रीपरिषद लोकसभा के प्रति जवाबदेह है। लोकसभा में जनता के प्रतिनिधि बैठते हैं इसलिए सरकार को इसका विश्वास प्राप्त होना जरूरी है। ऐसे में अगर किसी विपक्षी पार्टी को लगता है कि सरकार के पास बहुमत नहीं है या सरकार सदन में विश्वास खो चुकी है तो वह अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। इसी के आधार पर लोकसभा के रूल 198(1) से 198(5) के तहत कहा गया है कि विपक्षी दल सरकार के खिलाफ अविश्वास का नोटिस लोकसभा स्पीकर को सौंप सकता है।

मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर नाराज है और वह सदन में प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा है। लोकसभा में सरकार को घेरने के लिए वह अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने इसे स्वीकर भी कर लिया है और मंगलवार से बहस शुरू होनी थी।

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