भारत को विभाजित देखना आपकी विचारधारा, राहुल गांधी पर खूब बरसे सिंधिया
(शशि कोन्हेर) : लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को चर्चा हुई. पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दिया. इसके बाद ध्वनिमत से यह प्रस्ताव खारिज हो गया. आज पहले निर्मला सीतारमण ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया.
इसके बाद विपक्ष की ओर से AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरा. वहीं, राज्यसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाषण देते हुए विपक्षी गठबंधन पर तंज कसे. सिंधिया ने कहा, “जिनके दिल नहीं मिलते, 2024 के लिए उनके दल मिल गए.” संसद की कार्यवाही की खास बातें:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को राहुल गांधी के मणिपुर पर दिए गए भाषण पर आपत्ति जाहिर की. उन्होंने कहा, “कल राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है. प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को दुनिया से जोड़ा है, उनका पूर्वोत्तर से गहरा रिश्ता है. भारत को बांटकर देखने की विचारधारा आपकी है, हमारी नहीं.”
इस दौरान विपक्ष ने लोकसभा से वॉकआउट किया, हालांकि कुछ मिनट बाद ही वह सदन में वापस आ गए. इस पर सिंधिया ने तंज किया- ‘लो ये वापस आ गए. आपका स्वागत है. देश की जनता ने इन्हें बाहर का दरवाजा दिखा दिया है और ये अब सदन से भी खुद ही बाहर जा रहे हैं.’
सिंधिया ने विपक्षी गठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “विचित्र स्थिति है कि जिनके दिल नहीं मिलते, वो दल मिल चुके हैं. जिनके इतिहास में वैचारिक या व्यावहारिक या सैद्धांतिक संबंध ना हो, वो लोकसभा चुनाव के लिए एक साथ आए हैं और लोकतंत्र बचाओ की बात कर रहे हैं.”
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान अधीर रंजन चौधरी और अमित शाह में तीखी नोकझोंक हो गई. कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा. इसपर शाह ने आपत्ति जताई. उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से इसकी शिकायत की.
अधीर रंजन ने कहा, ‘देश का मुखिया होने के नाते पीएम मोदी को मणिपुर के लोगों के सामने मन की बात करनी चाहिए थी. ये मांग कोई गलत मांग नहीं थी. ये आम लोगों की मांग थी. ‘
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, दुनिया मंदी के संकट का सामना कर रही है. चीन की अर्थव्यवस्था संकट में है. जर्मनी, यूके की अर्थव्यवस्था संकट में है. लेकिन हमारी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है.
बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “जो ये दृश्य प्रजातंत्र के मंदिर में देख रहे हैं. इस देश का सद्भाव, देश की विचारधारा निर्मित की जाती है. जिस मंदिर से 140 करोड़ जनता अपनी प्रेरणा लेती है, उस प्रजातंत्र के मंदिर में ये स्पष्ट हो गया है कि इन लोगों को न देश की चिंता है, न राष्ट्रपति पद की चिंता है. इन लोगों को अपने हैसियत की चिंता है.”
कांग्रेस पर वार करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि मणिपुर के सांसद क्यों नहीं बोल रहे, उस वक्त जब आपकी सरकार (1993) केंद्र और राज्य में थी मणिपुर के सांसद ने रोते-रोते संसद में कहा था कि राज्य सरकार कुछ नहीं कर सकती. उसका पास फंड नहीं है. कृपया ये मान लीजिए कि मणिपुर भारत का ही हिस्सा है.
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस को बोलने से पहले यह सब देखना चाहिए. सिंधिया बोले कि मुझे मुजफ्फर वारसी का शेर याद आता है, ‘औरों के खयालात की लेते हैं तलाशी, अपने गिरेबान में झांका नहीं जाता.’
उधर, मणिपुर मुद्दे पर राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी को बुलाने को लेकर विपक्ष ने नारेबाजी की. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- ‘हम पीएम को बुलाना चाहते हैं, लेकिन भाजपा वाले कहते हैं कि वो नहीं आएंगे. वो क्यों नहीं आएंगे? वो आ जाएंगे तो क्या हो जाएगा. वो प्रधानमंत्री हैं, कोई परमात्मा नहीं.’ इसके बाद हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई.