खाली पड़ी रही कांग्रेस की कुर्सी, स्वतंत्रता दिवस समारोह में नहीं पहुंचे मल्लिकार्जुन खड़गे
(शशि कोन्हेर) : लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन पूरा हो चुका है। खास बात है कि मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर समारोह स्थल से कांग्रेस गैरमौजूद रही। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की कुर्सी खाली नजर आई।
हालांकि, कहा जा रहा है कि खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने कार्यक्रम से दूरी बनाई है। फिलहाल, खुद खड़गे ने आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा है।
हाल ही में एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें खाली कुर्सी नजर आ रही है। कुर्सी पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का नाम लिखा हुआ है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने खराब स्वास्थ्य के चलते वह समारोह से गैरमौजूद रहे। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि वह कांग्रेस मुख्यालय में झंडा फहराने के चलते वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
खड़गे ने दिया जवाब
खड़गे ने कहा, ‘पहली बात मुझे आंखों से संबंधित को समस्या है। दूसरी बात मुझे अपने आवास पर 9:20 को और कांग्रेस मुख्यालय में भी तिरंगा फहराना था।
सुरक्षा इतनी कड़ी है कि वे प्रधानमंत्री के जाने से पहले किसी और को जाने नहीं दिया जाता… मुझे लगा कि मैं यहां समय पर नहीं पहुंच पाऊंगा… समय को देखते हुए मैंने सोचा कि सुरक्षा की स्थिति और कमी के कारण वहां न जाना ही बेहतर होगा।’
पीएम मोदी पर साधा निशाना?
खड़गे ने एक वीडियो मैसेज के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे दिग्गजों को याद किया। उन्होंने कहा, ‘हर प्रधानमंत्री ने देश की प्रगति में योगदान दिया है। आज कुछ लोग यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत ने प्रगति केवल बीते कुछ सालों में देखी है।’
उन्होंने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी के साथ सभी प्रधानमंत्रियों ने राष्ट्र के बारे में सोचा और विकास के लिए कई कदम उठाए। दर्द के साथ मैं कह रहा हूं कि आज लोकतंत्र, संविधान और स्वायत्त निकाय खतरे में हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए नए उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केवल सीबीआई, ईडी या आयकर की रेड ही नहीं, चुनाव आयोग को भी कमजोर किया जा रहा है। विपक्षी सांसदों की आवाज को दबाया जा रहा है, निलंबित किया जा रहा है, माइक बंद किए जा रहे हैं, भाषणों को हटाया जा रहा है…।’