असम बीजेपी के कद्दावर नेता ने छोड़ी सरकारी कुर्सी….Delimitation पर हिमंत बिस्वा सरमा से नाराज थे चार बार के सांसद
(शशि कोन्हेर) : असम भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहैन ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अनुपस्थिति में मुख्यमंत्री कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंपा। हालांकि, उन्होंने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहैन ने नगांव लोकसभा क्षेत्र के परिसीमन के खिलाफ असम खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि भविष्य में पार्टी के लिए उस सीट से जीत पाना मुश्किल होगा।
चार बार इस संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके गोहैन ने दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा से इस परिसीमन के बारे में बारे में बातचीत की थी, लेकिन ‘उसका कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला।’ उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में किसी का नाम लिये बगैर कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई में किसी को भी असीमित अधिकार नहीं दिए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में गोहैन ने कहा कि हाल की परिसीमन प्रक्रिया ने नगांव लोकसभा क्षेत्र को ‘‘भविष्य में भाजपा के लिए जीत के लायक नहीं छोड़ा है और इस निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को भी जनसांख्यिकी बदलाव के कारण खतरे में डाल दिया है।’’
उन्होंने पत्र में कहा, ‘आपके साथ कई दौर की बातचीत करने के बाद भी मैं चिंतित हूं कि नगांव लोकसभा क्षेत्र के गठन के तौर तरीके को लेकर मेरी चिंता और गहरे असंतोष के बाद भी कोई भी बदलाव नहीं हुआ।’
गोहैन ने दावा किया कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी अपनी चिंता से अवगत कराया था और उन्होंने उनसे लिखित में सिफारिश देने को कहा था। उन्होंने पत्र में कहा कि अगले ही दिन मैंने ऐसा किया, लेकिन दुर्भाग्य से कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला…. मैं ठगा और अपमानित महसूस करता हूं कि मुझे जैसे वरिष्ठ सदस्य को पार्टी के फायदे से जुड़ी वास्तविक चिंता पर उनकी अपनी ही पार्टी के नेताओं ने नहीं सुना।