सीएम पटनायक के निजी सचिव पर फेंकी गई स्याही, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
(शशि कोन्हेर).: ओडिशा के पुरी में शनिवार को सत्यबाड़ी इलाके में एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव वीके पांडियन और पुरी के जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा पर स्याही फेंक दी।
यह घटना तब हुई जब वर्ष 2000 बैच के आईएएस अधिकारी वीके पांडियन, जो 5टी सचिव भी हैं, पुरी जिले के सत्यबाड़ी इलाके में उत्कलमणि गोपबंधु स्मृति महाविद्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
आरोपी हो गया गिरफ्तार
आईएएस अधिकारियों पर कथित तौर पर स्याही फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान जिले के सत्यबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के कनास ब्लॉक के अंतर्गत हरिपुर गांव के निवासी भास्कर साहू के रूप में हुई है। पुलिस ने साहू को काबू कर हिरासत में ले लिया।
स्याही हमले के तुरंत बाद स्याही लगी सफेद शर्ट पहनकर वीके पांडियन लोगों से मिलते रहे और उनकी शिकायतें सुनते रहे। इससे पहले दिन में, 5टी सचिव ने पुरी जिले के कई क्षेत्रों का दौरा किया।
आरोप-प्रत्यारोप का छिड़ा सिलसिला
इस घटना के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। सत्यबादी के बीजद विधायक उमाकांत सामंत्रे ने आरोप लगाया कि साहू भाजपा के आदमी थे और उन्होंने राजनीतिक मकसद से पांडियन को निशाना बनाकर स्याही फेंकी। BJP ने किया आरोपों का खंडन
बीजेपी ने सामंत्रे के आरोपों का खंडन किया और कहा कि भगवा पार्टी स्याही हमले में विश्वास नहीं करती है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हम पांडियन की यात्रा का विरोध करते हैं और हम खुलेआम पूर्व सूचना देकर ऐसा करते हैं। हमारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति आज के स्याही हमले में शामिल नहीं है।”
5T सचिव, जो लोगों की शिकायतें सुनने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर पूरे ओडिशा का दौरा कर रहे हैं, को पहले विभिन्न स्थानों पर काले झंडे के विरोध और अंडे से हमले का सामना करना पड़ा था। रोहित पुजारी ने की घटना की निंदा
यूजीएस कॉलेज परिसर में, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव सह 5 टी सचिव वीके पांडियन और पुरी जिलाधीश समर्थ वर्मा पर स्याही फेंके जाने की घटना को, राज्य के पूर्वमंत्री व संबलपुर जिला के रेढ़ाखोल विधायक इंजीनियर रोहित पुजारी ने कड़े शब्दों में निंदा की।
उन्होंने इस घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया और अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह ओडिशा में तेजी से हो रहे विकास का विरोध करने का एक बहुत ही घटिया प्रयास है। इसलिए वह इस घटना की कड़ी निंदा और विरोध करते हैं।