अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीन के समर्थन में मार्च निकालने पर 4 छात्रों के खिलाफ मुकदमा
एएमयू में फिलिस्तीन के समर्थन में मार्च निकालने के मामले में पुलिस की ओर से सोमवार को एएमयू के चार छात्राओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने स्वत संज्ञान लेते हुए यह कार्यवाही की। आरोपियों में एमबीए, पीएचडी के छात्र शामिल हैं। इजराइल-हमास जंग में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल और हमास युद्ध में भारत किस देश के साथ खड़ा है, इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अपनी बात साफ कर चुके हैं।
रविवार को एएमयू कैम्पस के अंदर छात्रों द्वारा जुलूस निकाला गया। जिसकी तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो ही हैं। छात्रों ने फिलिस्तीन का खुलकर समर्थन किया। कैम्पस में फ्री-फ्री फिलिस्तीन के नारे लगाए गए। छात्रों के जुलूस के बाद ही भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। सांसद, विधायक ने इसे देशद्रोह का मामला बताया था।
सोमवार को एएमयू कैम्पस में फिलिस्तीन के समर्थन में निकाले गए मार्च की खबर की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई। जिसके बाद एकाएक पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट हो गए। एसआई अजहर हसन की ओर से थाना सिविल लाइन में एएमयू कैम्पस में छात्रों द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकालते हुए भड़काऊ नारेबाजी करने का आरोप लगाते हुए एएमयू से पीएचडी कर रहे छात्र खालिद, एमबीए छात्र आतिफ, एमए की पढ़ाई कर रहे छात्र कामराम व मो. नावेद को नामजद करते हुए अज्ञात छात्रों के खिलाफ धारा-188, 153ए, 505 के अर्न्तगत मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमे में बिना अनुमति जुलूस निकालने, धार्मिक भावनाएं आहत करने, निषेधाज्ञा उल्लंघन व भड़काऊ नारे लगाने का आरोप है।
धार्मिक नारेबाजी भी की
फिलिस्तीन के समर्थन में एएमयू छात्रों द्वारा निकाले गए जुलूस के दौरान धार्मिक नारेबाजी भी की गई। छात्रों ने डक प्वाइंट पर एकत्रित होकर बाब-ए-सैय्यद गेट तक नारेबाजी की थी। एफआईआर दर्ज में भी इसका जिक्र किया गया है।
सीसीटीवी फुटेज के लिए एएमयू पहुंची पुलिस
सोमवार को दोपहर पुलिस की टीम एएमयू प्रॉक्टर ऑफिस पहुंची। जहां पुलिस ने एएमयू इंतजामिया से कैंपस में रविवार रात को निकाले गए मार्च के समय के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिए। फुटेज के आधार पर पुलिस अन्य छात्रों के नाम एफआईआर में शामिल करेगी।
देश व अमन के साथ है एएमयू प्रॉक्टर
एएमयू में फिलिस्तीन के समर्थन में छात्रों द्वारा निकाले गए जुलूस के संबंध में सोमवार को एएमयू इंतजामिया ने अपना पक्ष स्पष्ट किया। एएमयू प्रॉक्टर वासिम अली ने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी देश व अमन के साथ है। कुछ लड़कों के ग्रुप ने यह मार्च निकाला है। जिन छात्रों ने बिना अनुमति के जुलूस निकाला है। फुटेज के आधार पर उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। कानून के दायरे में रहकर कोई भी कार्य करने की अनुमति है। अगर इसके बाहर जाकर कोई भी कार्य करेगा, तो कार्यवाही की जाएगी।
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया
आईपीसी की धारा 153ए-धर्म, जाति, नस्ल, जन्म स्थान या निवास व भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच किसी भी तरह की दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं। आईपीसी की धारा 505-जो कोई व्यक्ति समाज में किसी कथन के संबंध में मिथ्या कथन, जनश्रुति आदि को इस आशय से परिचालित करना कि विद्रोह हो अथवा लोक-शान्ति के विरुद्ध अपराध कारित करेगा। धारा 188-धारा-144 का उल्लंघन करना।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ठा. संतोष सिंह जादौन ने कहा कि भारत सरकार ने इसरायल का समर्थन किया है हम उसके साथ हैं। एएमयू में क्यों फलस्तीन के समर्थन में नारेबाजी हो रही है। यह उनका आंतरिक मामला है।
एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि एएमयू में बिना अनुमति के छात्रों के द्वारा जुलूस निकाला गया। जिसमें धार्मिक भावनाएं आहत करने के साथ ही भड़काऊ नारेबाजी की गई। इस मामले में चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है