(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ सतीश साहू) :बिलासपुर : जीआरपी की एन्टी क्राइम टीम को फिर एक बार सफलता मिली है। टीम ने जोनल स्टेशन में जांच के दौरान 15 किलो गांजा जप्त किया है। जिसकी कीमत 3 लाख रुपये आंकी गई है।
रेसुब द्वारा नशे के सौदागरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान ऑपरेशन नारकोस के तहत आरपीएफ की टीम निष्क्रिय दिखाई दे रही है। लगातार जीआरपी की एन्टी क्राइम यूनिट ही नशे के सौदागरों की धरपकड़ करते दिख रही है। वही आरपीएफ की कई टीम गठित होने के बाद भी जोन समेत मंडल में कार्यवाही नाम मात्र की दिख रही है।
हाल ही में आरपीएफ की टीम ने गांजा के खिलाफ दो कार्यवाही की है जिसमे आरोपियों का अता पता ही नही है। लावारिस गाँजा की कार्यवाही कर टीम के सदस्यों ने जीआरपी के सुपुर्द किया है। ऐसा लग रहा है कि अब जीआरपी की एन्टी क्राइम यूनिट और आरपीएफ की टीम के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।
इसी कड़ी में जीआरपी की एन्टी क्राइम टीम के सदस्य बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ार्म न. 04-05 में जांच कर रहे थे।तभी रायपुर छोर में बैठे एक व्यक्ति पर उनको सन्देह हुआ। जब उससे पूछताछ की गई तो वो हड़बड़ा गया और गोल मोल जवाब देने लगा।
तभी टीम के सदस्यों ने उसके बैग की तलासी ली तो उसके अंदर अलग अलग पैकेट में 15 किलो मादक पदार्थ गांजा बरामद हुआ।
पूछताछ में आरोपि युवक ने अपना नाम विमलेश कच्छप पता-बदायू उ.प्र. बताया। उसने बताया कि गांजा विशाखापत्तनम से लेकर आया है और आगरा में खपाने के लिए जा रहा था। जब्त गांजे की क़ीमत लगभग तीन लाख रू आकी गई है।
जिसके विरुद्ध धारा 20(B) NDPS ACT के तहत कार्यवाही कर न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में जीआरपी थाना प्रभारी डी.एन. श्रीवास्तव प्र आर. विश्वनाथ चक्रवर्ती आर. अभिषेक माँझी व जी.आर.पी. एंटी क्राइम टीम के आरक्षक ,लक्ष्मण गाइन, संतोष राठौर ,सौरभ नागवंशी का विशेष योगदान रहा।